नई दिल्ली : भाजपा ने मंगलवार को पंजाब, तेलंगाना और झारखंड समेत 4 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए थे। लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले संगठन में ये बदलाव भाजपा की ओर से राज्यवार रणनीति का संकेत है। इसी कड़ी में भाजपा अब 6 और राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदलने वाली है। इसे लेकर अगले एक से दो दिनों में फैसला हो सकता है। भाजपा जिन राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदलने वाली हैं, उनमें मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक और केरल शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि पद छोड़ने वाले कई अध्यक्षों को मोदी सरकार में एंट्री मिल सकती है।
सबसे ज्यादा चर्चा गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल की है, जो लोकसभा के सांसद भी हैं। इसलिए तकनीकी तौर पर उन्हें मोदी सरकार में एंट्री देना आसान होगा। सीआर पाटिल ने 2014 में नवसारी सीट से जीत हासिल की थी। फिर 2019 में उन्होंने रिकॉर्ड 6 लाख वोटों के अंतर से कांग्रेस उम्मीदवार को मात दी थी। चर्चा यह भी है कि उन्हें मंत्री की बजाय संगठन में ही अहम पद दिया जा सकता है। उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद नेताओं में से एक माना जाता है। उनका गुजरात भाजपा अध्यक्ष के तौर पर जुलाई में कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
सीआर पाटिल को संगठन में काम का अच्छा अनुभव है और गुजरात में उनका शानदार प्रदर्शन था। ऐसे में पार्टी नेतृत्व उनके अनुभव का फायदा पूरे देश में उठाना चाहता है। पाटिल के अलावा मध्य प्रदेश के अध्यक्ष वीडी शर्मा भी केंद्रीय मंत्री बन सकते हैं। वह राज्य की खजुराहो लोकसभा सीट से सांसद हैं। वीडी शर्मा को मध्य प्रदेश से दिल्ली लाने का फैसला हो चुका है, लेकिन उत्तराधिकारी पर अंतिम फैसला बाकी है। इसीलिए प्रदेश अध्यक्ष बदलने के ऐलान में देरी हो रही है। चर्चा है कि वीडी शर्मा की जगह पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय और सांसद सुमेर सिंह सोलंकी के नाम चर्चा में हैं।
दरअसल वीडी शर्मा ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। ऐसे में भाजपा उनके स्थान पर किसी सवर्ण नेता ही कमान सौंप सकती है। यदि ऐसा हुआ तो फिर नरेंद्र सिंह तोमर को मौका मिल सकता है, जो चंबल संभाग से आते हैं। इस इलाके में भाजपा की स्थिति भी कमजोर बताई जा रही है। ऐसे में पार्टी तोमर को लाकर कुछ बैलेंस बनाना चाहेगी। हालांकि अब तक किसी नाम पर मुहर नहीं लगी है और इसी के चलते देरी हो रही है।
संगठन में फेरबदल के साथ ही मोदी कैबिनेट में भी बदलाव की चर्चाएं जोरों पर है। भाजपा ने जी. किशन रेड्डी को तेलंगाना का अध्यक्ष बनाया है, जो अब तक पर्यटन मंत्री हैं। अब वह पद छोड़ेंगे तो निश्चित तौर पर केंद्रीय मंत्री के तौर पर कोई और नेता आएगा। इसके अलावा कुछ और नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है, जबकि कुछ मंत्रियों की संगठन में वापसी हो सकती है।