नई दिल्ली : आयुर्वेद में खानपान (food) से लेकर लाइफस्टाइल के काफी सारे नियम बताए गए हैं। जिन्हें अगर फॉलो किया जाए तो इंसान स्वस्थ (Healthy) रह सकता है। कुछ फूड्स ऐसे होते हैं जो हेल्दी तो होते हैं लेकिन इन्हें खाने के बाद अपच हो जाता है। ऐसे फूड्स आसानी से पच नहीं पाते और डाइजेशन प्रोसेस को बिगाड़ देते हैं। ऐसे में आयुर्वेद के बताए इन फूड कॉम्बिनेशन को ट्राई करें। जिससे ये सेहतमंद फूड आसानी से डाइजेस्ट हो जाएंगे और ज्यादा से ज्यादा सेहत को फायदा पहुंचाएंगे।
सर्दियों में बहुत सारे घरों में मक्की की रोटी बनती है। जिसे लोग सरसों के साग के साथ खाते हैं। लेकिन मक्की की रोटी काफी हैवी होती है और पचने में समय लेती है। जिसकी वजह से अपच की समस्या भी हो जाती है। मक्के की रोटी का फायदा उठाना चाहते हैं तो साथ में छाछ जरूर पिएं। इससे मक्के की रोटी आसानी से पचेगी और फायदा भी पहुंचाएगी।
मक्के की तरह ही सर्दियों में बथुए का साग भी खूब खाया जाता है। बथुआ सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है और शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। लेकिन अगर आप बथुए के पूरे पौष्टिक तत्वों को अब्जॉर्ब करना चाहते हैं तो साथ में छाछ लेना फायदेमंद होगा।
खजूर को पोषण का भंडार कहा गया है। इसे खाने से आयरन और खून की कमी दूर होती है। साथ ही कमजोरी की समस्या को भी खत्म करता है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार खजूर के ज्यादा फायदों को लेना चाहते हैं तो इसे दूध के साथ लेना फायदेमंद है।
मूली भी सेहत के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन ज्यादातर लोग मूली गैस्ट्रिक प्रॉब्लम की वजह से नहीं खाते। आयुर्वेद के अनुसार मूली को खाने का सही तरीका है मूली के पत्ते के साथ खाना। मूली को पत्ते के साथ मिलाकर खाने से गैस की समस्या परेशान नहीं करती है और ये आसानी से डाइजेस्ट होती है।
केला खाने से बहुत सारे लोगों को अपच की समस्या हो जाती है। अगर आपको केला आसानी से नहीं पचता और इसके सेहतमंद तत्व बॉडी अब्जॉर्ब नहीं कर पाती है तो केले के ऊपर थोड़ी सी हरी इलायची के पाउडर को छिड़क लें और फिर खाएं। इससे केला आसानी से डाइजेस्ट हो जाएगा।