तंजानिया में अडानी की कंपनी ने की बड़ी डील, विदेशी पोर्ट के लिए 3.95 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण
नई दिल्ली : अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडयरी कंपनी अडानी इंटरनेशनल पोर्ट्स होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (एआईपीएच) ने तंजानिया में बड़ी डील की है। कंपनी ने तंजानिया में दार-एस-सलाम पोर्ट पर कंटेनर टर्मिनल-2 के परिचालन और प्रबंधन के लिए तंजानिया पोर्ट प्राधिकरण के साथ 30 साल के रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। दार-एस-सलाम पोर्ट एक प्रवेश द्वार पोर्ट है और यह सड़क व रेलवे के एक अच्छी तरह से जुड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। इस समझौते के साथ अडानी पोर्ट्स ने तंजानिया में कदम रख लिया है।
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन ने कहा कि अडानी पोर्ट्स के नेतृत्व वाला समूह तंजानिया में परियोजना कंपनी का 3.95 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण करेगा, जिसमें सभी पोर्ट हैंडलिंग उपकरण और कर्मचारी हैं। अडानी पोर्ट्स ईस्ट अफ्रीका गेटवे लिमिटेड (ईएजीएल) को एआईपीएच, एडी पोर्ट्स ग्रुप और ईस्ट हार्बर टर्मिनल्स लिमिटेड (ईएचटीएल) के संयुक्त उद्यम के रूप में शामिल किया गया है। अडानी पोर्ट्स नियंत्रक शेयरधारक होगा और ईएजीएल को अपने खातों में समेकित करेगा।
ईएजीएल ने तंजानिया इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल सर्विसेज लिमिटेड (टीआईसीटीएस) में 95 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए हचिसन पोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (इसकी सहयोगी हचिसन पोर्ट इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड) और हार्बर्स इन्वेस्टमेंट लिमिटेड से 3.95 करोड़ डॉलर के खरीद मूल्य पर शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक के प्रबंध निदेशक करण अडाणी ने कहा कि दार-एस-सलाम बंदरगाह पर कंटेनर टर्मिनल-2 के लिए समझौते पर हस्ताक्षर की 2030 तक वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े बंदरगाह संचालकों में से एक बनने की महत्वाकांक्षा की दिशा में है। कंपनी ने कहा कि चार बर्थ वाले कंटेनर टर्मिनल-2 की वार्षिक माल ढुलाई क्षमता 10 लाख ट्वेंटी-फुट इक्विवैलेंट इकाई (टीईयू) है और 2023 में यह 8.2 लाख टीईयू कंटेनर प्रबंधित करेगा, जो तंजानिया के कुल कंटेनर क्षमता का लगभग 83 प्रतिशत है।