भाजपा झूठ फैला रही, मुझे चुप कराना चाहती है… सिख वाले बयान पर राहुल गांधी ने दी सफाई
नई दिल्ली: अमेरिका में अपने हालिया बयान के बारे में भाजपा पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को सिखों से पूछा कि उन्होंने जो कहा, उसमें क्या कुछ गलत है और क्या भारत ऐसा देश नहीं होना चाहिए, जहां हर भारतीय बिना किसी डर के अपने धर्म का पालन कर सके। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी उन्हें चुप कराने के लिए बेताब है, क्योंकि वह सच्चाई बर्दाश्त नहीं कर सकती।
क्या मैंने जो कहा है उसमें कुछ गलत है?
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भाजपा अमेरिका में मेरे बयान के बारे में झूठ फैला रही है। मैं भारत और विदेश में रहने वाले हर सिख भाई-बहन से पूछना चाहता हूं – क्या मैंने जो कहा है उसमें कुछ गलत है? क्या भारत ऐसा देश नहीं होना चाहिए जहां हर सिख – और हर भारतीय – बिना किसी डर के अपने धर्म का पालन कर सके?” उन्होंने कहा, “हमेशा की तरह, भाजपा झूठ का सहारा ले रही है। वे मुझे चुप कराने के लिए बेताब हैं क्योंकि वे सच बर्दाश्त नहीं कर सकते। लेकिन मैं हमेशा उन मूल्यों के लिए बोलूंगा जो भारत को परिभाषित करते हैं: विविधता में हमारी एकता, समानता और प्रेम।”
गांधी ने अमेरिका में दिए गए अपने बयान का एक छोटा वीडियो भी साझा किया, जिसमें वह एक सिख व्यक्ति का जिक्र कर रहे हैं। उनकी यह टिप्पणी शनिवार को भाजपा द्वारा कई सिख समूहों के संयुक्त बयान का हवाला देते हुए उनसे अपना बयान वापस लेने को कहने के बाद आई है। भाजपा ने आरोप लगाया कि बयान से देश में भय का माहौल पैदा हो गया है।
सिखों के बलिदान ने देश को मजबूत बनाया- BJP
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने संवाददाताओं को बताया कि कई सिख और गुरुद्वारा प्रबंधन निकायों ने इस मुद्दे पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की और उन्होंने कहा कि सिखों के बलिदान ने देश को मजबूत बनाया है। वाशिंगटन डीसी के उपनगर वर्जीनिया के हर्नडॉन में भारतीय-अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा था, “सबसे पहले, आपको यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है। यह लड़ाई राजनीति की नहीं है। यह सतही है।”
राहुल गांधी ने आगे की पंक्ति में बैठे एक सिख व्यक्ति से उसका नाम पूछा। उन्होंने पूछा, “पगड़ी वाले भाई, आपका नाम क्या है?” कांग्रेस नेता ने कहा था, “लड़ाई इस बात पर है कि क्या उन्हें, एक सिख के रूप में, भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी या उन्हें, एक सिख के रूप में, भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी। या फिर वह एक सिख के तौर पर गुरुद्वारे जा पाएंगे। लड़ाई इसी बात को लेकर है। और सिर्फ उनके लिए नहीं, सभी धर्मों के लिए है।”