राजनीति

अमित शाह के दौरे के बीच फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान, कहा- कश्‍मीरी पंडितों की वापसी के लिए अभी ठीक नहीं घाटी का माहौल

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को बीजेपी के नेतृत्‍व वाली केंद्र सरकार पर धर्म के आधार पर देश को विभाजित करने का आरोप लगाया. राजौरी जिले के नौशेरा में इंडिया टुडे से बात करते हुए, नेशनल कांफ्रेंस के नेता ने कहा कि न केवल हिंदू, बल्कि मुस्लिम भी आतंकवादियों द्वारा मारे गए हैं.

फारूक अब्‍दुल्‍ला ने कहा क‍ि घाटी का माहौल कश्‍मीरी पंडितों की वापसी के लिए अनुकूल नहीं है. अनुच्‍छेद 370 को निरस्‍त करने के बाद केंद्रशासित प्रदेश के अपने पहले दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए फारूक अब्‍दुल्‍ला ने कहा कि आप कश्‍मीर में तब तक शांति स्‍थापित नहीं कर पाएंगे जब तक 370 को बहाल नहीं कर देते. यहां केवल हिंदू ही नहीं बल्कि मुस्लिमों को भी आतंकियों ने निशाना बनाया है.

फारूक अब्‍दुल्‍ला ने कहा कि घाटी में हाल की घटना उन लोगों की आंखें खोलने वाली हैं. जो कहते हैं कि अनुच्‍छेद 370 निरस्‍त होने के बाद आतंकवाद का सफाया हो गया है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने घाटी में पथराव के लिए 900 से अधिक लोगों को हिरासत में लेने का भी विरोध किया. क्या केंद्रीय गृहमंत्री के घाटी के तीन दिवसीय दौरे के दौरान आपके साथ भी अमित शाह की मुलाकात होने की संभावना है? इस सवाल के जवाब में फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘हां, सरकार ने मुझसे संपर्क किया था. अमित शाह मुझसे मिलना चाहते थे. मैंने मना कर दिया. राजौरी और पुंछ जाने की मेरी पहले से योजना थी.’

पाक से बातचीत किये बिना हम शांति से नहीं रह सकते: फारूक
इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए जोर देते हुए कहा, ‘जब तक आप पाकिस्तान से बात नहीं करते, तब तक हम कभी जम्मू-कश्मीर में शांति से नहीं रह सकते.’ उन्होंने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ती होती तो लोग यहां (जम्मू-कश्मीर में) सियालकोट (पाकिस्तान) से चाय पीने आते. अब्दुल्ला ने कहा, ‘हम वहां (सियालकोट) जाते. पहले ऐसा होता था. आजादी से पहले लोग ट्रेनों में आते थे.’

उन्होंने यहां पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं आज भी विश्वास के साथ कहता हूं, जब तक आप (भारत) पाकिस्तान से बात नहीं करते और एक-दूसरे के साथ दोस्ती से हाथ नहीं मिलाते, तब तक हम कभी भी शांति से नहीं रह सकते, कभी भी. मुझसे यह बात लिखवा लीजिये.’

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