राजनीति

सिब्बल के साथ आए आंनद शर्मा, कहा- सोनिया जी, ‘गुंडागर्दी’ करने वालों पर लीजिए एक्शन

पंजाब में मची सियासी उथल-पुथल के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल की ओर से पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़ा किए जाने के बाद कार्यकर्ताओं द्वारा बुधवार को उनके आवास के बाहर प्रदर्शन और नारेबाजी को कांग्रेस के पार्टी के दिग्गज नेता आनंद शर्मा ने गुंडागर्दी करार दिया है। शर्मा ने गुरुवार को कपिल सिब्बल के घर के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध पर नाराजगी जताई और सोनिया गांधी से इसमें शामिल लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस में अभिव्यक्ति की आजादी को बरकरार रखने का इतिहास रहा है।

कांग्रेस नेता कपिल सिबल के घर के बाहर हुए प्रदर्शन के मद्देनजर गुरुवार को कई ट्वीट कर आनंद शर्मा ने कहा कि कपिल सिब्बल के घर पर हमले और गुंडागर्दी की खबर सुनकर स्तब्ध और निराश हूं। यह निंदनीय कार्रवाई पार्टी को बदनाम करती है और इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जिम्मेदार लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें अनुशासित किया जाना चाहिए।

अपने ट्वीट में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मामले की संज्ञान लेने और कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस का अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कायम रखने का इतिहास रहा है। राय और धारणा के मतभेद लोकतंत्र के अभिन्न अंग हैं। असहिष्णुता और हिंसा कांग्रेस के मूल्यों और संस्कृति से अलग है।’

गौरतलब है कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, सिब्बल के बयान से कार्यकर्ता आहत हुए और इस कारण उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। सिब्बल के आवास के बाहर पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्ती ले रखी थी जिस पर ‘गेट वेल सून सिब्बल’ (सिब्बल आप जल्द स्वस्थ हों) लिखा हुआ था। वहीं उन्होंने ‘गद्दारों को पार्टी से बाहर निकालो’ के नारे भी लगाए।

गौरतलब है कि सिब्बल ने पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान और कांग्रेस की हालिया स्थिति को लेकर बुधवार को पार्टी नेतृत्व पर प्रश्न उठाए और कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए और संगठनात्मक चुनाव कराये जाने चाहिए। उन्होंने कई नेताओं के पार्टी छोड़ने का उल्लेख करते हुए गांधी परिवार पर इशारों-इशारों में कटाक्ष किया कि ”जो लोग इनके खासमखास थे वो छोड़कर चले गए, मगर जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वे आज भी इनके साथ खड़े हैं।’ सिब्बल ने जोर देकर कहा, ”हम ‘जी हुजूर 23′ नहीं हैं। हम अपनी बात रखते रहेंगे।’

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