नई दिल्ली : तांबे के पात्र का पानी हमारे शरीर के लिए अमृत के समान काम करता है, पर जब आप इस पात्र में किसी अन्य खट्टी चीजों का उपयोग करते हैं, तो यह अमृत की जगह जहर के समान काम करने लगता है। अक्सर आपने घर के बड़े बुजुर्गों से ये कहते हुए तो सुना ही होगा कि तांबे के पात्र में दही रखना नुकसानदायक होता है।
तांबे के पात्र में जब हम किसी खट्टी चीज या दही को रखते हैं तो इसमें मौजूद पोषक-तत्व तांबे के संपर्क में आते ही कॉपर पॉइजनिंग का कारण बन जाते है, क्योंकि तांबे में कॉपर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा तांबे में और कोई दूसरा तत्व नहीं होता, इसलिए यह जिस किसी चीज के संपर्क में आता है उसी के अनुरूप गुण अपना लेता है।
यदि आप तांबे के पात्र में पानी के अलावा किसी अन्य चीजों का उपयोग करती हैं, तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इनसे होने वाली बीमारियां पीलिया, डायरिया और पेट दर्द है।