व्यापार

कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी ने RBI से लगाई गुहार, मांगी 10 दिन की मोहलत

नई दिल्ली : कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल (आरकैप) के खरीदार हिंदुजा समूह की कंपनी को अधिग्रहण प्रक्रिया पूरा करने में वक्त लगेगा। दरअसल, रिलायंस कैपिटल के प्रशासक ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) (Reserve Bank of India – RBI). से संपर्क कर हिंदुजा समूह की कंपनी को संपत्ति हस्तांतरित करने के लिए 10 दिन की मोहलत मांगी है। बता दें कि रिलायंस कैपिटल अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनी थी, जो भारी भरकम कर्ज में डूबी है।

रिलायंस कैपिटल की संपत्ति हिंदुजा समूह की कंपनी एशिया एंटरप्राइजेज को हस्तांतरित करने की समयसीमा शुक्रवार को खत्म हो गई। आरबीआई ने इसके लिए 17 नवंबर, 2023 को मंजूरी दी थी, जो केवल छह महीने के लिए वैध थी। अब रिलायंस कैपिटल के प्रशासक ने आरबीआई से 27 मई तक 10 दिन की मोहलत मांगी है।

बता दें कि एनसीएलटी के आदेश के अनुसार हिंदुजा समूह की कंपनी के लिए समाधान योजना को लागू करने की समयसीमा 27 मई है। राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ ने 27 फरवरी को समाधान योजना को मंजूरी देते हुए इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड को 27 मई तक समाधान योजना को लागू करने का निर्देश दिया था। न्यायाधिकरण ने हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड की रिलायंस कैपिटल के लिए 9,650 करोड़ रुपये की समाधान योजना को मंजूरी दी थी।

हाल ही में बीमा क्षेत्र के नियामक इरडा ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल की बोली को सशर्त मंजूरी दी है। बीते दिनों इंडसइंड के प्रवक्ता ने कहा कि अधिग्रहण को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और हमारा लक्ष्य एनसीएलटी की निर्धारित तिथि 27 मई, 2024 तक इसे पूरा करने का है। इससे पहले इंडसइंड इंटरनेशनल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने कहा था कि इरडा की मंजूरी के 48 घंटे के भीतर बोली राशि का भुगतान करके सौदा पूरा कर लेगी।

Related Articles

Back to top button