स्वास्थ्य

Helath: सर्दियों में रहना है बीमारियों से दूर तो 8 Tips हैं आपके लिए

health1-13-11-2016-1479018819_storyimageसर्दियों ने आपके दरवाज़े पर दस्तक देनी शुरू कर दी है। सर्दियों का मौसम सुहाना तो होता है लेकिन ये अपने साथ सेहत से जुड़ी कई बड़ी समस्याएं भी लेकर आता है। खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए ये हार्ट अटैक और ब्रेन हैमरेज का खतरा बढ़ा देती हैं। सर्दियों में आपकी नसें सिकुड़ने लगती हैं और इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या भी सामने आती है। सर्दियों में जुकाम, खांसी और बुखार पैदा करने वाले 100 से ज्यादा वायरस एक्टिव हो जाते हैं। आज Livehindustan.comआपको बता रहा है कि कैसे आप छोटी-छोटी सी बातों का ध्यान रख अपनी सेहत को बेहतर बनाए रख सकते हैं…

1.सर्दी के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए हर उम्र के लोगों को खास एहतियात बरतने की जरूरत होती है। इस मौसम में छोटे बच्चों को बाहर की ठंडी हवा के बचाकर रखना चाहिए। जानकारों के मुताबिक सर्दी सबसे ज्यादा सिर, कान और पैरों के जरिए शरीर में प्रवेश करती है। इसलिए अपने शरीर के इन हिस्सों को ठंडी हवाओं से बचाकर रखें।
2. हर रोज एक्सरसाइज़ करना न भूलें। एक्सरसाइज़ की गर्मी आपको सेहतमंद बनाए रखती है।
3. रात को सोते समय एक गिलास मीठे दूध में एक चम्मच घी डालकर पीने से शरीर की खुश्की और कमजोरी दूर होती है, नींद गहरी आती है और हड्डियां मजबूत होती हैं। इससे आपका पाचन भी ठीक होता है और सुबह पेट साफ़ होने में आसानी रहती है।
4.एक चम्मच शुद्ध घी, एक चम्मच पिसी शकर, चौथाई चम्मच पिसी काली मिर्च तीनों को मिलाकर सुबह खाली पेट और रात को सोते समय चाटकर गर्म मीठा दूध पीने से आंखों को फायदा मिलता है।
5. घी, छिलके समेत पिसा हुआ काला चना और पिसी शक्कर (बूरा) तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकर लड्डू जैसे बना लें। सुबह खाली पेट एक लड्डू खूब चबा-चबाकर खाते हुए, एक गिलास मीठा कुनकुना दूध पीने से औरतों को काफी फायदें मिलते हैं। इससे पुरुषों के शरीर की कमजोरी दूर होती है।
6.अदरक में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर को सर्दियों में होने वाले संक्रमण से बचाने में मददगार है। इसके अलावा इससे एसिडिटी से लेकर शरीर के मेटाबॉल्जिम से जुड़ी समस्याएं तक दूर हो जाती हैं।
7. शहद की तासीर गर्म होती है। ये प्राकृतिक तौर पर तैयार होता है। इसे जुकाम के दौरान थकावट दूर करने के लिए लिया जा सकता है। इसे एनर्जी बूस्टर माना जाता है।
8.काले या सफेद तिल की तासीर गर्म रहती है। गजक, रेवड़ी या लड्डू में तिल का इस्तेमाल सर्दियों में अधिक होता है। यह शरीर को गर्म भी रखने के साथ पाचन भी ठीक रखता है।

 
 
 
 

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