कानपुर शूटआउट: पुलिस को विकास के घर पर मिली एके-47: प्रशांत कुमार
कानपुर/ लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह): उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में पिछली दो तीन जुलाई की रात बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में ए के 47 और इसांस रायफल जैसे अत्याधुनिक हथियारों का प्रयाेग किया गया था।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मंगलवार को यहां पत्रकारों को बताया कि दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर की तलाशी के दौरान पुलिस को एके 47 समेत अन्य अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा मिला है जबकि घटना में शामिल 50 हजार के इनामी बदमाश शशिकांत के घर से पुलिस से लूटी गयी इसांस रायफल बरामद की गयी है। शशिकांत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था ने बताया कि विकास और उसके साथियों ने दो तीन जुलाई की रात दबिश देने गयी पुलिस टीम पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया था और इसमें घातक हथियारों का प्रयोग किया गया था। इस हमले में मृत पुलिस कर्मियों के हथियार भी बदमाशों ने लूट लिये थे।
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि इस पूरे मामले में 21 आरोपी थे, जिसमें चार लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। गिरफ्तार आरोपियों में श्यामू वाजपेयी, जहान यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री और शशिकांत है। अब तक 6 आरोपी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं, जिसमें विकास दुबे, राजाराम, अतुल दुबे, अमर दुबे, प्रभात मिश्रा और प्रवीण दुबे है। साथ ही 120बी के तहत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 216 में दो आरोपी जेल गए हैं। अभी इस केस में 11 लोगों की तलाश जारी है। इसके अलावा महाराष्ट्र में पकड़े गए दो लोगों को रिमांड पर यूपी लाया जा रहा है। आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी।
उन्होने बताया कि हत्या की जघन्य वारदात की रात कौन कौन से पुलिस के कर्मचारी अपराधियों के संपर्क में थे। इस पर पुलिस की कड़ी नजर है। विकास दुबे के संपर्क में रहने वाले किसी भी अधिकारी, पुलिसकर्मी अथवा अन्य को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में यह भी पता चला है कि विकास दुबे ने गिरोह के सदस्यों से पुलिसकर्मियों से लूटे गये हथियार और गोला बारूद अपने घर में छिपाने को कहा था।