राजनीति

पुलिस की पिटाई से युवक की मौत पर प्रियंका गांधी बोलीं- पुलिस अपराधियों पर नर्म, मृतक की पत्नी से फोन पर की बात

कानपुर (Kanpur) के युवक की गोरखपुर (Gorakhpur) में पुलिस (Police) की पिटाई से मौत का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया है कि पुलिस अपराधियों पर नर्म रहती है और आमजनों से बर्बर व्यवहार करती है. उन्होंने मनीष की पत्नी मीनाक्षी से फोन पर बात भी की.

प्रियंका गांधी वाड्रा कानून व्यवस्था को लेकर लगातार प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ी करती रही हैं. यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए 2 दिन पहले लखनऊ पहुंची प्रियंका ने ट्वीट के जरिये गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से कारोबारी की मौत पर सवाल उठाया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि, ”खबरों के अनुसार गोरखपुर में एक कारोबारी को पुलिस ने इतना पीटा कि उनकी मृत्यु हो गई. इस घटना से पूरे प्रदेश के आमजनों में भय व्याप्त है. इस सरकार में जंगलराज का यह आलम है कि पुलिस अपराधियों पर नरम रहती है और आमजनों से बर्बर व्यवहार करती है.”

अपने ट्वीट के साथ उन्होंने युवक की मौत से जुड़ी हिंदी समाचारपत्र की एक खबर की कटिंग भी लगाई है. यही नहीं, प्रियंका गांधी ने मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी से भी फोन पर बातचीत की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. प्रियंका गांधी ने मीनाक्षी से कहा कि वह उच्च स्तर पर मामले को उठाएंगी और पीड़ित परिवार को कानूनी सहायता दिलाएंगी. कांग्रेस के प्रदेश सचिव विकास अवस्थी ने मृतक की पत्नी मीनाक्षी से प्रियंका गांधी की फोन पर बात कराई थी.

आपको बता दें कि गोरखपुर के होटल कृष्णा पैलेस में सोमवार देर रात पुलिसकर्मियों ने कानपुर निवासी मनीष गुप्ता और उसके दोस्तों की बर्बर पिटाई की थी. आरोप है कि पुलिस की पिटाई से मनीष गुप्ता की मौत हो गई. मामला दबाने में जुटे पुलिसकर्मी हत्या को हादसा बताते रहे. हालांकि, आला अधिकारियों तक मामला पहुंचा तो इंस्पेक्टर समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था. कानपुर के बर्रा 3 निवासी मनीष लखनऊ की एक रियल स्टेट कंपनी में काम करता था और वह अपने दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने गया था.

मनीष की पत्नी का कहना है कि सोमवार आधी रात को पुलिसकर्मी होटल आए और मनीष व उसके दोस्तों से पहचानपत्र मांगते हुए सामान की तलाशी लेने लगे. मनीष और उसके साथियों ने कहा कि वह आतंकवादी नहीं हैं जिससे नाराज होकर पुलिसकर्मियों ने मारपीट शुरू कर दी. इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की मुआवजा राशि का ऐलान किया था. सीएम के निर्देश पर इंस्पेक्टर समेत सभी छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में एफआईआर भी दर्ज की गई है.

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