दिग्गज एक्टर मिथिलेश चतुर्वेदी का 68 साल की उम्र में निधन
mumbai : बॉलीवुड एक्टर मिथिलेश चतुर्वेदी अब हमारे बीच नहीं हैं। गुरुवार सुबह 4 बजे मुंबई के कोकिला बेन अस्पताल में उनकी मौत हो गई। दिग्गज एक्टर की मौत से जहां इंडस्ट्री को गहरा सदमा लगा है, वहीं परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार में मिथिलेश चतुर्वेदी अपने पीछे दो बेटियां, पत्नी और एक बेटे को बिलखता छोड़ गए है। बेटा आयुष सबसे छोटा है और उसकी अभी शादी नहीं हुई है। मिथिलेश चतुर्वेदी की मौत कैसे हुई और वह अस्पताल में क्यों भर्ती थे, इसको लेकर नवभारत टाइम्स ऑनलाइन ने उनके दामदा आशीष चतुर्वेदी से बात की। आशीष ने बताया कि गुरुवार सुबह तड़के 4 बजे मिथिलेश चतुर्वेदी के सीने में तेज दर्द हुआ था।
आशीष चतुर्वेदी ने पुष्टि की कि उनके ससुर जी का निधन मुंबई में हुआ है, न कि लखनऊ में। लखनऊ Mithilesh Chaturvedi का जन्म स्थान है, लेकिन वह लंबे समय से मुंबई में ही रह रहे थे। आशीष ने बातया कि मिथिलेश चतुर्वेदी Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital में भर्ती थी। वह कहते हैं, ‘बीते 10 दिन से उनका इलाज चल रहा था कोकिलाबेन अस्पताल में। उनको कार्डियक अरेस्ट आया था 10 दिन पहले, तभी उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया था। आज गुरुवार सुबह 4 बजे उन्हें दोबारा कार्डियक अरेस्ट आया, जिस कारण उनका निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर अभी अस्पताल में ही है। करीब 12 बजे तक अस्पताल से उनका पार्थिव शरीर रिलीज किया जाएगा। हम कुछ रिश्तेदारों का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की जाएगी।’
मिथिलेश चतुर्वेदी की फैमिली: दो बेटियां, एक बेटा
आशीष बताते हैं कि ससुर जी की तबीयत के बारे में सुनकर वह तीन दिन पहले ही मुंबई आए हैं। परिवार में मिथिलेश चतुर्वेदी की दो बेटियां और एक बेटा है। सबसे बड़ी बेटी हैं चारू, जिनके पति आशीष चतुर्वेदी हैं। दूसरी बेटी हैं निहारिका, जो मुंबई में ही रहती हैं। वह प्रोडक्शन की दुनिया से ताल्लुक रखती हैं। निहारिका पहले पिता की तरह ही एक्टिंग भी करती थीं। लेकिन बाद में वह प्रोडक्शन से जुड़ गईं। उनके पति भी मुंबई में ही सेट्ल हैं। चारू और निहारिका का एक छोटा भाई आयुष है, जिसकी अभी शादी नहीं हुई है। आयुष अभी प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते हैं।
‘नीली छतरी वाले’ मिथिलेश चतुर्वेदी
रितिक रोशन के साथ ‘कोई मिल गया’ हो या सनी देओल के साथ ‘गदर: एक प्रेम कथा’, सलमान खान संग ‘रेडी’ हो या ओटीटी पर रिलीज वेब सीरीज ‘स्कैम 1992’, मिथिलेश चतुर्वेदी छोटे से छोटे रोल में भी छाप छोड़ने का हुनर जानते थे। वह बच्चों के भी फेवरेट थे। टीवी पर ‘नीली छतरी वाले’ में उन्होंने सबका दिल जीता।
लखनऊ में 15 अक्टूबर 1954 को पैदा हुए मिथिलेश चतुर्वेदी 68 साल के थे। उन्होंने सबसे पहले 1998 में रामगोपाल वर्मा की फिल्म ‘सत्या’ में बिल्डर मल्होत्रा के किरदार से पॉपुलैरिटी बटोरी थी। साल 1997 में ‘भाई भाई’ से उन्होंने बॉलीवुड डेब्यू किया, लेकिन उस फिल्म में उनका किरदार गुमनाम ही रहा। 1999 में सुभाष घई की फिल्म ‘ताल’ में भी उन्होंने काम किया था। ओटीटी पर रिलीज सीरीज ‘स्कैम 1992’ में वह दिवंगत वकील राम जेठमलानी का किरदार निभाया था।