होगा गठबंधन या अकेले चुनाव लड़ेगी कांग्रेस? प्रियंका ने किया साफ
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि पार्टी आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ किसी भी गठबंधन की संभावना को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य की सभी 403 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और अपने दम पर जीतेगी।प्रियंका ने कहा कि कोविड महामारी समेत हर संकट के समय केवल कांग्रेस के कार्यकर्ता लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं।
सभी सीटों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उतारेगी पार्टी- प्रियंका
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में ‘प्रतिज्ञा सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा, “हम उत्तर प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर केवल कांग्रेस कार्यकर्ता उतारेंगे। अगर कांग्रेस को जीतना है तो वह अपने दम पर जीतेगी।”इस सम्मेलन में आगरा, अलीगढ़, हाथरस और बुलंदशहर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 जिलों के कांग्रेस पदाधिकारी शामिल हुए और इनमें से ज्यादातर ने प्रियंका से किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन न करने का अनुरोध किया था।
प्रियंका बोलीं- ‘भारत माता की जय’ मतलब किसानों, सैनिकों, मजदूरों और महिलाओं की जय
सम्मेलन के दौरान प्रियंका ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य में संगठन को मजबूत करने के लिए बधाई भी दी।उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने के लिए मैं सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देना चाहती हूं। आज पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती है… उन्होंने अपनी किताब में ‘भारत माता की जय’ नारे के बारे में लिखा है। भारत माता की जय का मतलब है किसानों की जय, सैनिकों की जय, मजदूरों की जय, महिलाओं की जय।”
निशाना
आजादी का सम्मान नहीं करती भाजपा- प्रियंका
अपने संबोधन में प्रियंका ने भाजपा पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा, “सभी स्वतंत्रता सेनानी आजादी का महत्व जानते थे। उन्हें आजादी की कीमत पता थी जिसका मतलब है संवैधानिक आजादी, आर्थिक आजादी और लोकतंत्र का राज। लेकिन जब मैं उत्तर प्रदेश आई तो मुझे लगा कि भाजपा आजादी के इस मतलब को नहीं समझती है। साफ है कि जो आजादी के लिए नहीं लड़े, वे आजादी का सम्मान नहीं कर सकते।”
प्रियंका ने सपा और बसपा पर भी साधा निशाना
सपा और बसपा पर भी चुटकी लेते हुए प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में केवल कांग्रेस के कार्यकर्ता लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “चाहें कोविड-19 हो या अन्य कोई संकट, केवल कांग्रेस के कार्यकर्ता ही लोगों की मदद करने के लिए आगे आए। क्या सपा और बसपा उन्नाव, लखीमपुर या हाथरस के लिए लड़े? लेकिन हम लड़े।”उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न केवल विकास लेकर आई, बल्कि सद्भावना भी लेकर आई।
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने हैं चुनाव
राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। अभी तक के रुझानों में इन चुनावों में मुख्य टक्कर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा में नजर आ रही है।हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और उनकी पार्टी बसपा को खारिज करना भी गलती होगी। कांग्रेस को मुख्य रेस में नहीं माना जा रहा, हालांकि वह बेहतर प्रदर्शन करके भाजपा या विपक्ष किसी एक का खेल बिगाड़ सकती है।