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आईएस इराकी यूनिवर्सिटी के लैब में बम बना रहा

uu-1459711925एजेन्सी/वाशिंगटन।इस्लामिक स्टेट (आईएस) का एक और खतरनाक चेहरा सामने आया है। आतंकियों ने इराक के प्रतिष्ठित मोसुल विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग के लैब को बम बनाने का अड्डा बना डाला है। 

यहां पर रासायनिक बम और आत्मघाती हमलों में काम आने वाले जैकेट (सुसाइड वेस्ट) बनाए जा रहे हैं। एक अमरीकी अखबार ने इराकी और अमरीकी सैन्य अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट तैयार की है। 

विवि के लैब में पिछले साल से विस्फोटकों का निर्माण किया जा रहा है। विस्फोटकों और गोला-बारूद मामलों के शीर्ष इराकी अधिकारी जनरल हातेम मगसोसी के मुताबिक मोसुल विवि के प्रयोगशाला के चलते आईएस की इराक में हमले करने की क्षमता बढ़ी है।

पैराक्साइड व नाइट्राइट बम

आतंकी यहां बम बनाने का तरीका सीखते हैं और फिर अपने देश जाकर इसका इस्तेमाल करते हैं। उनका कहना है कि इस लैब में पैराक्साइड और नाइट्राइट आधारित बम बनाए जाते हैं। जनरल मगसोसी ने इसे खतरनाक बताया। 

उन्होंने कहा कि मोसुल विवि का लैब आईएस का सबसे बेहतरीन शोध केंद्र है। आतंकी शुरुआत में रक्का (सीरिया) जाते हैं। इसके बाद उन्हें बम बनाने की कला सीखने के लिए मोसुल भेजा जाता है। विवि के परिसर पर हवाई हमले भी किए जा चुके हैं। पिछला हमला 19 मार्च को किया गया था।

2014 में मोसुल पर किया था कब्जा

आईएस ने वर्ष 2014 में मोसुल पर कब्जा किया था। उस वक्त वहां विवि के कई प्रोफेसर मौजूद थे, लेकिन बाद में आईएस ने आतंकियों को रखना शुरू कर दिया। पिछले साल अगस्त में विवि के आसपास कई विदेशी दिखाई दिए थे। मार्च, 2015 से यहां बम बनाने का काम शुरू हुआ था।

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