इन्फोसिस को 4,335 करोड़ रुपये का हुआ मुनाफा, 93% कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम
बेंगलुरु: IT की देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी इन्फोसिस का समग्र शुद्ध लाभ गत 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में 6.3 फीसदी बढ़कर 4,335 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने शेयरधारकों को 190 फीसदी लाभांश देने की घोषणा की है। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक के बाद जारी परिणाम के अनुसार बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में समग्र आधार पर कंपनी का राजस्व आठ प्रतिशत बढ़कर 23,267 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह आंकड़ा 31 मार्च 2019 को समाप्त तिमाही में 21,539 करोड़ रुपये रहा था। साथ ही उसका शुद्ध मुनाफा भी एक साल पहले के 4,078 करोड़ रुपये से 6.3 प्रतिशत बढ़कर 4,335 करोड़ रुपये हो गया।
9.50 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश
निदेशक मंडल ने सभी शेयरधारकों को 9.50 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश देने की भी मंजूरी प्रदान की है। यह शेयर के अंकित मूल्य (पांच रुपये) का 190 प्रतिशत है। निदेशक मंडल ने इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक को कुल 23 करोड़ रुपये बाजार मूल्य के शेयर आवंटित करने की भी मंजूरी दी है। इसमें 13 करोड़ रुपये के शेयर प्रदर्शन आधारित अनुदान के मद में और 10 करोड़ रुपये के शेयर ‘इंसेंटिव’ के रूप में दिए जाएंगे। कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी यू.बी. प्रवीण राव को ‘इंसेंटिव’ के रूप में चार करोड़ रुपये के शेयर आवंटित किये जाएंगे।
93 प्रतिशत कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम
कंपनी की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से बचाव के लिए कदम उठाते हुये पूरी दुनिया में उसके 93 प्रतिशत कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं। उसने 35 हजार से अधिक कम्प्यूटर और लैपटॉप कर्मचारियों के घरों पर पहुंच वायें हैं। इन्फोसिस ने कोराना वायरस के मद्देनजर जारी प्रतिबंधों के कारण चालू वित्त वर्ष में कारोबारी सुस्ती की आशंका व्यक्त की है।