उत्तर प्रदेशलखनऊ

…तो अभ्यर्थियों को दोबारा पास करना पड़ सकता है टीईटी

ctet-answer-key-and-omr-sheets-issued-5627a28d54ec9_exlstराज्य सरकार की ओर से जूनियर टीईटी पास बीएड बेरोजगार अभ्यर्थियों के लिए अभी तक नौकरी का कोई विकल्प नहीं दिया गया है। इन अभ्यर्थियों को टीईटी पास करने के पांच वर्ष के बाद दोबारा टीईटी पास करना होगा।

2016 में जूनियर स्तर के लिए टीईटी पास करने वालों का पांच वर्ष पूरा हो रहा है। ऐसे में जूनियर टीईटी भाषा के अभ्यर्थी बिना किसी चयन में शामिल हुए योग्यता खो देंगे।

प्रदेश भर में 2.50 लाख बीएड बेरोजगार जूनियर स्तर के लिए टीईटी पास करके बैठे हैं। इसमें 29 हजार टीईटी पास विज्ञान वर्ग के अभ्यर्थियों की ही भर्ती हो सकी है।
अभ्यर्थियों ने सरकार से उनके बारे में नीति स्पष्ट करने की मांग भी है। सरकार के असमंजस से टीईटी पास अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकारमय बना है।

अभी तक प्राथमिक विद्यालयों से शिक्षकों को प्रमोशन देकर उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनाती दी जाती रही है। प्राथमिक विद्यालयों में सरकार की ओर से बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त बीएड बेरोजगारों की नियुक्ति करने का नियम है।

बदली व्यवस्था के तहत अब सरकार से एनसीटीई की सिफारिश पर टीईटी अनिवार्य कर दिया गया है। टीईटी अनिवार्य किए जाने के बाद सरकार ने प्राथमिक और जूनियर टीईटी परीक्षा का विकल्प दिया था।

इसमें प्राथमिक विद्यालयों में चयन के लिए तो सरकार की ओर से प्राथमिक टीईटी पास बेरोजगारों को भर्ती का विकल्प देने की बात की जा रही है, जबकि जूनियर टीईटी के लिए कोई सूचना जारी नहीं हुई है।

जूनियर टीईटी पास बेरोजगारों की नियुक्ति के लिए सरकार को प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की चयन नियमावली में परिवर्तन करना होगा।

बीएड बेरोजगार जूनियर स्तर के लिए टीईटी पास करके बैठे हैं। इन अभ्यर्थियों ने सरकार से उनके बारे में नीति स्पष्ट करने की मांग भी की है। सरकार की ओर से मात्र 29334 विज्ञान-गणित शिक्षकों की नियुक्ति ही टीईटी पास अभ्यर्थियों में से हो सकी है।

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