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बढ़ी मानदेय को लेकर ग्राम रोजगार सेवकों ने  भरी हुंकार

gram rojgar sevan_Fभारी भीड़ के चलते यातायात ध्वस्त, जन जीवन अस्त व्यस्त
लखनऊ। ग्राम रोजगार सेवकों ने अपनी मांगों को लेकर हजारों की संख्या में विधानसभा मार्ग जाम कर दिया। इस दौरान ग्राम सेवक षासन से अपनी बकाये मानदेय और पेंषन, ग्रेच्युटी, बीमा, ईपीएफ संबंधी अन्य मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। ग्राम रोजगार सेवकों ने षासन पर आरोप लगाया किया पिछले दो साल से आज तक ग्राम सेवकों को मानदेय नहीं दिया गया। जिसके चलते ग्राम सेवक और परिजना भूखमरी के कगार पर आ गये है। ग्राम सेवकों ने बताया कि बकाये मानदेय की मांग को लेकर कई बार षासन को पत्र लिखा गया। मगर शासन द्वारा इसके संबंध में विचार नहीं किया। जिससे मजबूर होकर आज ग्राम सेवकों को आन्दोलन करने के लिए बाध्य किया गया। गौरतलब हो कि इस आन्दोलन में सूबे के 45 हजार ग्राम सेवकों में से करीब दो से तीन हजार की संख्या में ग्राम सेवकों ने विधानसभा का घेराव किया। जिसके चलते पूरा यातायात अस्त व्यस्त हो गया।ग्राम सेवको की संख्या को देखते हुए प्रषासन ने पीएससी लगा दी। शासन और प्रशासन के आलाधिकारियों ने बमुष्किल ग्राम रोजगार सेवकों को मनाया और उनके प्रतिनिधि मंडल को शासन के आलाधिकारियों से वार्ता कराकर उनके आन्दोलन को स्थगित कराया। ग्राम रोजगार सेवकों की भारी भीड़ के चलते यातायात व्यवस्था भी अस्त व्यस्त हो गई। चारबाग से लेकर निषातगंज तक चारों ओर की सड़के जाम हो गई यात्री घंटो जाम से जुझते रहे है। यातायात पुलिस ने चार बाग से आने वाले वाहनों को लालबाग होते हुए लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर रवाना किया गया। वही आलमबाग से आने वाले भारी वाहनों को कैन्ट होते हुए कालीदास मार्ग होते पालिटेक्निक से रवाना किया। निषातगंज की ओर से जाने वाले हल्के वाहनों को लाल बाग होते हुए नजीराबाद होते हुए चारबाग रवाना कर दिया। जबकि बड़े वाहनों को हरदोई बाईपास रोड़ से रवाना किया गया। ग्राम रोजगारों की इस हड़ताल का सबसे अधिक असर स्कूली बच्चों और मरीजों पर पड़ी। एक तरफ जहां बच्चे समय से अपने घर नहीं पहुंच पाये वही जाम में फंसे एम्बुलेंसों की वजह से मरीजों की जान दांव पर लगी हुई थी।

 

 

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