राजनीतिराष्ट्रीय

राज्यसभा सांसदों के चुनाव के बाद अब हो रही सांसदों के वेतन व भत्ते पर बात

नई दिल्ली: गुजरात से राज्यसभा की सीटों पर हुए चुनाव को लेकर कुछ दिनों से राजनीतिक गहमागहमी चल रही थी. आरोप प्रत्यारोप और अपने विधायकों को दूसरे खेमे में न चले जाने देने के प्रयासों की राजनीति का आखिरकार पटाक्षेप हो गया. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने राज्यसभा चुनाव में अपनी अपनी सीट पर जीत दर्ज की. हालांकि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जीत तय मानी जा रही थी, लेकिन कांग्रेस के नेता अहमद पटेल को लेकर पसोपेश बना हुआ था मगर चुनाव में अहमद पटेल ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बलवंत सिंह राजपूत को तीसरी बार प्रत्याशी बनाया था.

बड़ीखबर: B.J.P. के पूर्व केंद्रीय मंत्री का अचानक हुआ निधन, शोक में डूबा B.J.P….

राज्यसभा सांसदों के चुनाव के बाद अब हो रही सांसदों के वेतन व भत्ते पर बात

मगर इस सीट पर वे अपनी जीत तय नहीं कर पाए. उल्लेखनीय है कि इस चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों को बेंगलुरू में रखा था. जिससे वे कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव में वोट डाल सकें और किसी भी तरह की कथित टूट से कांग्रेस अपने विधायकों को बचा सकें. चुनाव के बाद अब इस बात पर चर्चा हो रही है कि आखिर एक राज्यसभा सांसद का वेतन कितना होता है.

हालांकि विधानसभा सदस्य से भी कम इनका वेतन होता है लेकिन इन्हें जो सुविधाऐं मिलती हैं वह बहुत अधिक होती हैं राज्यसभा के सांसदों को वेतन और भत्ता मेंबर आॅफ पार्लियामेंट एक्ट 1954 के अंतर्गत दिया जाता है. राज्यसभा सांसदों को दैनिक भत्ते का भुगतान सदन संचालित होने के तहत किया जाता है. हालांकि दैनिक भत्ता एक हजार रूपए प्रतिदिन की अनुसार होता है.

गुजरात राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग, कई कांग्रेसी विधायक BJP के पाले में, NCP में फूट

राज्यसभा सांसदों को संवैधानिक भत्ता 20 हजार रूपए प्रतिमाह के अनुसार दिया जाता है. प्रत्येक राज्य में राज्यसभा सदस्य को 20 हजार रूपए प्रतिमाह का वेतन दिया जाता है. इन सांसदों को एक वर्ष में 50 हजार लोक काॅल फ्री मिलते हैं अर्थात स्वतंत्रता से ये इतने काॅल कर सकते हैं. उन्हें दो फोन रखने का अधिकार होता है जिसमें से एक सांसद के कार्यालय और दूसरा निवास पर रखा जाता है. इस फोन पर जो खर्चा होता है उसका भुगतान सरकार ही करती है.

सांसदों को मुफ्त में इंटरनेट काॅल की सुविधा दी जाती है. हवाई यात्रा के तहत सांसद अपनी पत्नी या पति के साथ या किसी संबंधी के साथ 34 हवाई यात्रा मुफ्त में कर सकते हैं. उनका संबंधी भी वर्ष में 8 बार निशुल्क हवाई यात्रा कर सकता है. राज्यसभा सांसद रेल में प्रति माह के आधार पर फ्री नाॅन ट्रांसफेयरेबल फस्र्ट क्लास एसी व सेकंड क्लास का किराया भी उपलब्ध होता है.

 

Related Articles

Back to top button