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वर्ल्ड कप में विराट कोहली को चाहिए रिजर्व कोच, पत्नी और केले

नई दिल्ली: सफर के दौरान आरक्षित ट्रेन कोच, बीवियों को पूरे टूर के दौरान साथ रखने की इजाजत और खाने के लिए केले की व्यवस्था…ये कुछ ऐसी मांगें हैं जिसे विराट कोहली + की अगुआई वाली टीम इंडिया के क्रिकेटर्स ने अगले साल इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के दौरान अपने लिए रखी हैं। इसे सुनकर प्रशासकों की समिति (सीओए) भी भौचक है। हैदराबाद में सीओए के साथ हुई रिव्यू मीटिंग में भारतीय क्रिकेटर्स ने अपनी यह अजीबोगरीब ‘विश लिस्ट’ रखी।

इसलिए ट्रेन से ट्रैवल करना चाहती है टीम
वर्ल्ड कप के दौरान इंग्लैंड में ट्रेन से ट्रैवल किए जाने की मांग पर सीओए की सुरक्षा कारणों से भौहें तनी हुई हैं। प्लेयर्स की यह डिमांड सीओए के उस फैसले के बाद आई है जिसमें उसने टीम के आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे + में पत्नियों को टीम के आधिकारिक बस में ट्रैवल करने की इजाजत नहीं दी है। इसके बदले बीवियों के लिए अलग से निजी वाहनों की व्यवस्था की जाएगी। पहले ऐसे वाकये हुए हैं जिसमें कुछ क्रिकेटर्स अपनी-अपनी पत्नियों के साथ अलग गाड़ी में ट्रैवल करते हैं। बोर्ड इस ट्रेंड को रोकना चाहता है क्योंकि इससे प्लेयर्स के बीच एकजुटता की भावना पर असर पड़ता है।

प्लेयर्स की दलील है कि इंग्लैंड में ट्रेन ट्रैवल से टाइम भी बचेगा और यह ज्यादा आरामदायक भी होगा। सीओए + शुरू में इसके लिए तैयार नहीं था क्योंकि उसे डर था कि वहां ट्रेन में सफर करने वाले भारतीय फैंस का हुजूम क्रिकेटर्स को घेर सकता है, लेकिन कमिटी अब इस शर्त पर इसके लिए तैयार हो गई है कि अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए सीओए या बीसीसीआई जिम्मेदार नहीं होंगे।

केला का क्या है झमेला
इंग्लैंड के निराशाजनक टूर से लौटी टीम की इन सभी मांगों में से ड्रेसिंग रूम में केले मुहैया कराए जाने की मांग ऐसी थी जिस पर अधिकारियों को सबसे ज्यादा ताज्जुब हुआ। सूत्रों ने बताया कि बीते इंग्लैंड टूर में इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड मेहमान भारतीय टीम को उनका पसंदीदा फल (केला) मुहैया कराने में नाकाम रहा था। लेकिन सीओए अब प्लेयर्स के इस अनुरोध से हैरत में है और उनका कहना है कि अगर खिलाड़ियों को केले इतने ही ज्यादा पसंद थे तो उन्हें टीम मैनेजर को कहकर बीसीसीआई के खर्च पर इसे खरीद लेना चाहिए था। वैसे तो मांगें और भी हैं जिसमें बढ़िया जिम वाले होटल बुक कराना और टूर के दौरान पत्नियों को साथ रखे जाने की अवधि और उसके तौर-तरीके तय किए जाना भी शामिल है।

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