व्यापार

स्नैपडील ने बेचा हिंदुस्तान यूनिलीवर का नकली सामान, कोर्ट ने भेजा नोटिस

ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील द्वारा रोक लगाने के बावजूद हिंदुस्तान यूनिलीवर के एक उत्पाद का नकली सामान बेचने पर दिल्ली हाईकोर्ट ने मालिकों को अवमानना का नोटिस भेजा है। एफएमसीजी कंपनी एचयूएल ने आरोप लगाया था कि स्नैपडील की वेबसाइट पर उसके इंदुलेखा नामक ब्रांड का नकली हेयर ऑयल और क्लींजर बेचा जा रहा है। कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान कंपनी से प्रोडक्ट लिस्टिंग को हटाने को कहा था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

कोर्ट ने भेजा अवमानना का नोटिस
दिल्ली हाईकोर्ट ने आदेश न मानने पर अब कंपनी के प्रवर्तक कुणाल बहल और रोहित बंसल को अवमानना का नोटिस भेजकर के आगामी नौ जनवरी को पेश होने को कहा है। कंपनी का कहना है कि उसने अपनी साइट से लिस्टिंग को हटा दिया था, लेकिन कुछ थर्ड पार्टी विक्रेताओं ने फिर से ऐसे प्रोडक्ट स्नैपडील पर लिस्ट कर दिए। हाईकोर्ट ने कुणाल बहल और रोहित बंसल को समन 4 दिसंबर को जारी किया था।

कंपनी ने दी थी यह दलील
कंपनी ने अपनी दलील में कहा था कि वो एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस है और वो खुद उत्पाद नहीं बेचती है। एचयूएल के वकील ने कहा कि स्नैपडील विक्रेताओं को संसाधन उपलब्ध करवाती है, प्रचार करती है और प्रोडक्ट की लिस्टिंग को संभालती है। इसलिए, वह जिम्मेदारी से बच नहीं सकती।

पहले भी दर्ज हो चुका है धोखाधड़ी का मामला
जुलाई में राजस्थान के कोटा शहर में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था। शिकायतकर्ता इंदर मोहन सिंह हनी के मुताबिक, उन्होंने स्नैपडील पर वुडलैंड कंपनी की बेल्ट और पर्स ऑर्डर किए थे, लेकिन कंपनी ने नकली सामान भेज दिया।

पुलिस के अनुसार, इंदरमोहन सिंह ने 17 जुलाई को वुडलैंड कंपनी का सामान ऑर्डर किया था। उन्होंने पेमेंट ऑनलाइन ही कर दिया था। डिलीवरी मिलने पर प्रोडक्ट की क्वालिटी पर शक हुआ तो वुडलैंड के शोरूम में जांच करवाई जहां स्टाफ ने दोनों सामान को नकली बताईं।

इस मामले में स्नैलडील के मालिक कुणाल बहल और रोहित बंसल के खिलाफ जांच के लिए एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर को नियुक्त किया गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार स्नैपडील ने इससे पहले भी उसके साथ धोखा करने का प्रयास किया था ।

दरअसल, कुछ महीने पहले घड़ी ऑर्डर करने पर डिलीवरी ही नहीं मिली थी और मैसेज किया कि प्रोडक्ट पहुंच चुका है। हालांकि बाद में शिकायत करने पर रिफंड मिल गया था। सबसे ज्यादा परफ्यूम, इत्र, जूते, खेल का सामान, कपड़े और बैग नकली मिलते हैं। कई नामी कंपनियां भी फ्लिपकार्ट और शॉपक्लूस को कोर्ट में भी घसीट चुकी हैं। 2017 में नामी कंपनियों को 3.4 बिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था।

Related Articles

Back to top button