दस्तक-विशेषराष्ट्रीय

ज़िन्दगी ज़रूरी तो सड़क पर सुरक्षा भी…

ज़िन्दगी अनमोल है, यह मौका नहीं देती आपको बार-बार

 

साहिल खान

यूं हादसा तो दुनिया की सबसे सुरक्षित जगह पर भी हो सकता है, अगर भगवान की मर्ज़ी हो तो, मगर सड़क पर भगवान की मर्ज़ी कम और हमारी या दूसरों की गलतियां ज़्यादा होती हैं जिसके कारणवश पूरे भारत में तकरीबन हर 4 मिनट में सड़क हादसे में एक जान चली जाती है। जी हाँ, सरकारी आकड़ों के अनुसार भारत में 1200 से 1400 दुर्घटनायें हर दिन होती हैं और इसमें से 25 से 35 फिसदी दोपहिया हादसे होते हैं और इन हादसो में ना जाने कितने लोग अपने अज़ीज़ को हमेशा के लिए खो देते हैं। इस तरह के सड़क हादसों की रोकथाम के लिए कई राज्यों की ट्रैफिक पुलिस, सरकारी संगठन एवं निजी संगठन निरंतर रोड सेफ्टी पर अभियान चलाते रहते हैं और इन अभियानों में अनेक हस्तियाँ बढ़-चढ़ कर हिस्सा भी लेती हैं- जैसे सचिन तेंदुलकर, चेतन भगत, विराट कोहली और अर्जुन कपूर।
हाल ही में सरकार ने एक बढ़ा कदम लिया है जहाँ केंद्र सरकार ने बहुप्रतीक्षित मोटर यान ‘संशोधन’ विधेयक 2016 को मंज़ूरी प्रदान कर दी जिसमें यातायात नियमों के उल्लंधन पर बहुत भारी जुर्माना लगाने का प्रस्ताव है। इन प्रस्तावों में शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 10 हज़ार रूपये तक का जुर्माना है और ‘हिट एडं रन’ मामलों के लिए 2 लाख का मुआवज़ा शामिल है। सड़क दुर्घटना में मौत होने की स्थिति में दस लाख रुपये तक के मुआवज़े का प्रावधान विधेयक में किया गया है। यह हैं वो टॉप 10 सिटीज़ जहॉं सबसे ज्यादा सड़क दुघटनाओं में मौत होती हैं: दिल्ली, चेन्नई, जयपुर, बंगलुरू, मुंबई, लखनऊ, कानपुर, आगरा, हैदराबाद और पुणे।

सावधानी में ही समझदारी,  इन बातों का रखें ध्यान

पीकर गाड़ी ना चलायें
अधिकतर हादसे पीकर गाड़ी चलाने की वजह से होते जिसमे ना सिर्फ खुद की जान जाती है बल्कि दूसरे भी बिना वजह आपकी गलती का शिकार हो जाते हैं। हिंदुस्तान में ब्लड अल्कोहल कंटेंट (बीएसी) लीगल लिमिट 0.3 फीसदी है मगर लोग इससे कई गुना ज़्यादा मात्रा में पीकर गाड़ी चलाते हैं। यदि आप कभी ऐसी स्तिथि में हों जहाँ आपको महसूस हो कि आप ज़्यादा नशे में हैं और कार/बाइक नहीं चला सकते तो अपने साधन को किसी सुरक्षित जगह खड़ा कर जैसे दोस्त का घर/ऑथोराइज़ड पार्किंग या पुलिस की मदद से करीबी चौकी में खड़ी कर सार्वजनिक परिवाहन का इस्तेमाल करें अन्यता अपने किसी मित्र या परीजन को फोन कर मदद लें।
फोन या मैसेज वाहन चलाते कभी नहीं
कार हो या बाइक, बॉस हो या वाइफ, वाहन चलाते समय कभी भी इसका इस्तेमाल ना करें। यह ना कि सिर्फ देश में सबसे जानलेवा साबित हुआ बल्कि विदेशों में भी लोग इसकी वजह से ज़्यादातर अपनी जान गवां देते हैं। हमेशा वाहन रोक कर ही फोन पर बात करें।
हेलमेट अवश्य पहनें
सिर, हमारे शरीर की सिर्फ शान ही नहीं बल्कि एक बहुत महत्वपूर्ण और नाज़ुक हिस्सा है। हेलमेट सिर्फ मार्क का ही होना चाहिए क्योंकि यह हर तरह से टेस्टेड और सुरक्षित होता है।
रैश ड्राइविंग/तेज़ स्पीड में ना चलें
उच्च गति को हमेशा हादसों का दोस्त माना गया है और जब गति अपनी हद पार कर लेती है तो वह किसी ना किसी हादसे को निमंत्रित कर लेती है। स्पीड को नियंत्रित रखें और ज़्यादा स्पीड में ना चलाने से अच्छा है कि आप अपनी मंज़िल के लिए थोड़ा पहले निकलें और अगर आप स्पीड या रेस के शौकीन हैं तो अपने वाहन को ऑथोराइज़ड़ रेस सर्किट पर दौड़ायें।

ट्रैफिक नियमों का पालन करें
अधिकांश हादसें यातायात के नियमों को पालन न करने और असावधानी बरतने से होते है। ट्रैफिक नियमों को जानेें, समझें और पालन करें।
सावधानी हटी, दुर्घटना घटी
सड़क पर चौकन्ने रहें लो/हाई बीम , हौरन , इंडिकेटर , डिपर , सीट बेल्ट का सही प्रयोग करें। हमेशा सीधे हाथ से ओवरटेक करेें, अगर ज़रूरी हो तो गाड़ी चलाते समय तेज़ आवाज़़ में गाने ना सुनें। खान-पान सिर्फ गाड़ी रोकने पर करें। सड़क पर लगे सेफटी साइन को पढ़ें।
राइडिंग गियर्स का इस्तेमाल करें
अगर आप स्पोर्ट्स बाइक चलाते हैं या बाइक से लम्बे टूर करते हैं तो आप राइडिंग गियर्स ज़रूर पहना करें जैसे कि ग्लव्स, फुल फेस हेलमेट, बॉड़ी आर्मर, राइडिंग जैकेट, क्नी गॉर्डस, एल्बो गॉर्डस, राइडिंग शूज़। अब इस तरह के गियर्स मार्केट में आसानी से उपलब्ध हैं और ऑनलाइन साइट पर कम दाम पर हर ब्रैण्ड के गियर्स उपलब्ध हैं। हमेशा याद रखे ज़िन्दगी अनमोल है और यह आपको बार-बार मौका नहीं देती।

 

Related Articles

Back to top button