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सिंगापुर सम्मेलन में अमेरिकी रक्षा मंत्री बोले- दक्षिण चीन सागर में चीन कर रहा है दादागीरी

अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने सिंगापुर में कहा कि चीन की सेना दक्षिण चीन सागर में अपना विस्तार कर रही है. उन्होंने कहा कि चीन ने विवादित समुद्री क्षेत्र में अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों की तैनाती ‘धौंस और दादागिरी’ दिखाने के इरादे से की है.

अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने सिंगापुर में कहा कि चीन की सेना दक्षिण चीन सागर में अपना विस्तार कर रही है. उन्होंने कहा कि चीन ने विवादित समुद्री क्षेत्र में अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों की तैनाती 'धौंस और दादागिरी' दिखाने के इरादे से की है. सिंगापुर में आयोजित उच्च स्तरीय सुरक्षा शिखर सम्मेलन में पेंटागन प्रमुख ने कहा कि अमेरिकी सेना कोरियाई प्रायद्वीप के 'पूर्ण, प्रामाणिक योग्य और स्थाई' परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए राजनयिकों का समर्थन जारी रखेगी. दो सप्ताह बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एवं उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच वार्ता होने की संभावना है. मैटिस ने दावा किया कि चीन ने समूचे दक्षिण चीन सागर में जहाज रोधी मिसाइलें, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और इलेक्ट्रॉनिक जैमर सहित कई अन्य सैन्य साजो सामान तैनात किए हैं. दक्षिण चीन सागर में चीन ने अत्याधुनिक सैन्य सुविधाओं से लैस कृत्रिम द्वीप और अन्य ढांचों का निर्माण किया है. बता दें कि हाल ही में विवादित पारासेल द्वीप समूह के एक द्वीप पर अमेरिका के दो युद्धपोत आने के बाद रविवार को चीन ने इस पर 'कड़ा असंतोष' जताया था. जिसके बाद जेम्स मैटिस ने कहा था कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर में चीन के क्षेत्रीय दावों को लेकर उसे चुनौती देता रहेगा. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जेम्स मैटिस के बीच भी आज सिंगापुर में मुलाकात हुई है. ये मीटिंग काफी अहम मानी जा रही है.सिंगापुर में आयोजित उच्च स्तरीय सुरक्षा शिखर सम्मेलन में पेंटागन प्रमुख ने कहा कि अमेरिकी सेना कोरियाई प्रायद्वीप के ‘पूर्ण, प्रामाणिक योग्य और स्थाई’ परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए राजनयिकों का समर्थन जारी रखेगी.

दो सप्ताह बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एवं उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच वार्ता होने की संभावना है.

मैटिस ने दावा किया कि चीन ने समूचे दक्षिण चीन सागर में जहाज रोधी मिसाइलें, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और इलेक्ट्रॉनिक जैमर सहित कई अन्य सैन्य साजो सामान तैनात किए हैं. दक्षिण चीन सागर में चीन ने अत्याधुनिक सैन्य सुविधाओं से लैस कृत्रिम द्वीप और अन्य ढांचों का निर्माण किया है.

बता दें कि हाल ही में विवादित पारासेल द्वीप समूह के एक द्वीप पर अमेरिका के दो युद्धपोत आने के बाद रविवार को चीन ने इस पर ‘कड़ा असंतोष’ जताया था. जिसके बाद जेम्स मैटिस ने कहा था कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर में चीन के क्षेत्रीय दावों को लेकर उसे चुनौती देता रहेगा.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जेम्स मैटिस के बीच भी आज सिंगापुर में मुलाकात हुई है. ये मीटिंग काफी अहम मानी जा रही है.

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