एक महिला पत्रकार ने कहा- MJ अकबर ने आरोपों से ध्यान हटाने के लिए दर्ज करवाया है केस
पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर मानहानि मामले में आरोपी पूर्व महिला पत्रकार ने शुक्रवार को कोर्ट में अपना बयान दर्ज करवाया। आरोपी ने अकबर के उस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया कि उसकी ट्वीटर पोस्ट से अकबर की छवि खराब हुई। यह मुकदमा केवल अकबर पर उसके आरोपों से लोगों का ध्यान भटाने के लिए दायर किया गया है। मामले की अगली सुनवाई अब सात सितंबर को होगी। राउज एवेन्यू अदालत के एसीएमएम के समक्ष आरोपी पूर्व महिला पत्रकार ने कहा कि वह अपनी पहली नौकरी का साक्षात्कार देने गई थी और उस समय उसकी आयु महज 23 साल थी। एमजे अकबर अखबार के संपादक थे और नई होने के कारण वह नहीं तय कर पाई कि वह इंकार कर दे या नहीं।
कोर्ट के समक्ष आरोपी ने यह भी कि उसने सोचा था कि अकबर उसे होटल की कॉपी शॉप या लॉबी में मिलेंगे। अकबर ने उसे अपने कमरे में बुलाया जहां का माहौल बिल्कुल अलग था। वहां पहुंच वह बेहद असुरक्षित व असहज महसूस कर रही थी। अकबर ने उसे शराब पीने की पेशकश की और अपने पास बैठने के लिए कहा। उस समय अकबर ने शराब पी थी और तेज आवाज में गाना गा रहे थे। इस साक्षात्कार का पूरा वाकिया उसने अपनी मित्र नीलोफर को बताया था
महिला पत्रकार ने अक्तूबर 2018 में मी टू अभियान के तहत ट्वीट कर एमजे अकबर पर आरोप लगाया था कि तीस साल पहले उन्होंने उसका यौन शोषण किया था। इस आरोप के बाद अकबर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अकबर ने महिला पत्रकार के आरोपों का खंडन करते हुए महिला पत्रकार पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था।