नयी दिल्ली। यस बैंक में सब कुछ ठीक नहीं है इसका आभास लगता है उसके ग्राहकों को पहले से ही होने लगा था। यही वजह है कि पिछले साल मार्च से सितंबर के बीच खाताधारकों ने 18,100 करोड़ रुपये की जमा पूंजी बैंक से निकाल ली थी।
यस बैंक को रिजर्व बैंक ने 3 अप्रैल 2020 तक पाबंदी के दायरे में रखा है। इस दौरान बैंक के खाताधारकों को अपने खाते से 50 हजार रुपये से ज्यादा निकालने की अनुमति नहीं होगी। मार्च 2019 की समाप्ति पर बैंक की कुल जमा राशि 2,27,610 करोड़ रुपये थी।
यह राशि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अंत में घटकर 2,25,902 करोड़ रुपये रह गई। इसके बाद दूसरी तिमाही यानी सितंबर 2019 के अंत में और घटकर 2,09,497 करोड़ रुपये पर आ गई। इन आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2019 से लेकर सितंबर 2019 के बीच जमा राशि में 18,110 करोड़ रुपये की कमी आ गई।
यस बैंक के सितंबर तिमाही के बाद के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। बैंक ने कहा था कि उसके तीसरी तिमाही के आंकड़ों को जारी करने में देर होगी।
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दिल्ली के एक खाताधारक ने कहा कि उसे यह आभास होने लगा था कि बैंक में सब कुछ ठीक नहीं है और यही वजह है कि उसने अपना ज्यादातर पैसा बैंक से निकाल लिया। खाते में केवल न्यूनतम राशि ही छोड़ दी थी।
इस ग्राहक ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘‘हम इस बारे में लगातार सुनते रहते थे कि बैंक में कुछ गड़बड़ है। इसलिये बैंक पर निकासी प्रतिबंध लगने से पहले ही हमने अपना धन निकाल लिया।’’
एक अन्य ग्राहक ने कहा कि बैंक में हमारी बहुत कम जमा है। इसको लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है क्योंकि बैंक जमा बीमा राशि बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी गई है। कुछ अन्य ग्राहकों ने भी कहा कि उन्होंने बैंक से अपना पैसा निकाल लिया है इसलिये उन्हें कोई चिता नहीं है।
एक अन्य महिला खाताधारक काफी शांत दिखी और उसने विश्वास जताते हुये कहा कि सरकार ने और रिजर्व बैंक ने काफी तेजी से कदम उठाया है और अब चिंता की कोई बात नहीं है। उसने चेक के जरिये बैंक से 50 हजार रुपये निकाले हैं और इसमें उसे कोई समस्या आड़े नहीं आई।