IMF ने कहा, कोरोना के कारण आर्थिक मंदी में प्रवेश कर चुकी है दुनिया
वाशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना संकट के चलते दुनियाभर की इकोनॉमी आर्थिक मंदी में प्रवेश कर चुकी है। उनके मुताबिक इस संकट से उबरने के लिए दुनियाभर की विकसित अर्थव्यवस्थाओं को बड़ी रकम और मदद की दरकार होगी।
जॉर्जीवा के मुताबिक अच्छी बात यह है कि दुनियाभर के शीर्ष नेताओं ने माना है कि इस संकट से निपटने के लिए सम्मिलित प्रयास ही कारगर साबित होंगे। उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि हम आर्थिक मंदी में प्रवेश कर चुके हैं। दुनियाभर की इकोनॉमी एकाएक रुक गई है। उभरते बाजारों को इस संकट से निकलने में कम से कम 2.5 लाख करोड़ डॉलर की मदद की दरकार होगी।’
आइएमएफ प्रमुख के मुताबिक अब तक 80 से ज्यादा देश इस वैश्विक संस्था से आपात मदद की गुहार लगा चुके हैं। इस वैश्विक मंदी का असर दो बातों पर निर्भर करेगा। पहला यह कि कोरोना की मार कहां तक और कितनी पड़ती है। दूसरा यह कि दुनियाभर का शीर्ष नेतृत्व इससे निपटने के क्या सम्मिलित प्रयास करता है।
IMF प्रमुख ने कहा कि यद्यपि मंदी में भी रिकवरी संभव है यदि विश्व भर में कोरोना वायरस पर काबू पा लिया जाता है। जॉर्जीवा ने कहा, ‘हम 2021 में रिकवरी की उम्मीद करते हैं। वास्तव में रिकवरी शानदार होगी यदि हम हर जगह वायरस को काबू करने में सफल रहते हैं और तरलता की समस्या नहीं होने देते हैं।’