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उतार-चढाव भरा रहा बॉलीवुड की पहली कैबरे डांसर Helen का जीवन

मुंबई : बीते जमाने की दिग्गज अभिनेत्री और डांसर हेलेन का जन्म 21 नवंबर 1938 को म्यांमार में हुआ था। उनके पिता जॉर्ज डिस्मीयर की मौत दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान हो गई थी, जिसके बाद उनका परिवार भारत आकर बस गया। हेलन (helen) का प्रारंभिक जीवन काफी कठिनाइयों भरा रहा। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वह अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ कर नौकरी की तलाश में लग गईं। तब अपने फैमिली फ्रेंड कूकू की मदद से वर्ष 1951 में फिल्म ‘आवारा’ और ‘शाबिस्ता’ में कोरस डांसर के रूप में हेलेन ने अपने करियर की शुरुआत की।

कुछ वर्षों तक कोरस डांसर के रूप में कार्य करने के बाद उन्हें फिल्म ‘अलिफ लैला’ में सोलो डांसर का मौका मिला। हेलेन को 19 साल की उम्र में 1958 में आई फिल्म ‘हावड़ा ब्रिज’ का गाना ‘मेरा नाम चुन चुन चू’ से पहचान मिली। इस गाने की सफलता के बाद हेलेन ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। इस गाने के बाद उन्हें बॉलीवुड की पहली कैबरे डांसर कहा जाने लगा। पिया तू अब तो आजा और महबूबा ओ महबूबा जैसे गानों पर डांस करने के बाद तो हेलन को डांसिंग क्वीन की उपाधि दी जाने लगी।

50 और 60 के दशक में हेलन ने अपने डांस की बदौलत हिंदी सिनेमा को नया आयाम दिया। उन्होंने बॉलीवुड के निर्देशक पी.एन. अरोड़ा (27 वर्ष की उम्र में) से शादी की थी लेकिन वर्ष 1974 में दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद हेलेन ने 1981 में सलमान खान के पिता सलीम खान से दूसरी शादी कर ली। बतौर अभिनेत्री उनकी पहली फिल्म हम हिंदुस्तानी (1960) थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया, जिनमें ज्वेल थीफ, शिकार, इंतकाम, डॉन आदि शामिल हैं। 60 और 70 के दशक में उनकी लोकप्रियता के कारण उन्हें अक्सर ‘एच-बम’ भी कहा जाता था। हेलेन को 2009 में भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और 2009 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

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