विदिशा और सागर के दौरे पर सीएम, लिया फसलों के नुकसान का जायजा, बोले – मैं सबके नुकसान की करूँगा भरपाई
विदिशा : बीते एक हफ्ते के दौरान प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की खेत में खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। विदिशा जिले में भी फसलों पर ओलावृष्टि की मार पड़ी है। मंगलवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए विदिशा पहुंचे। सीएम ने ग्राम पटवारी खेड़ी में पहुंचे और किसानों से बात की।
सीएम ने किसानों को ढाढस बंधाते हुए आश्वासन दिया कि बेमौसम बारिश, ओलाबृष्टि से बर्बाद फसल का पूरा सर्वे कराकर किसानों को पर्याप्त राहत राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने पटवारी खेड़ी के अलावा घुरदा और मढ़ी चौबीसा गांव का दौरा किया।
गौरतलब है कि सोमवार को ही विदिशा जिले के गंजबासौदा, सिरोंज, शमशाबाद और कुरवाई के 18 गांवों में करीब 20 से 30 मिनट तक जोरदार ओलावृष्टि हुई। जिसके कारण गांवों की सड़कों और खेतों में ओलों की परत जम गई। इनमें गंजबासौदा के 8, कुरवाई के 3, शमशाबाद के दो और सिरोंज के 5 गांव शामिल है। बेमौसम वर्षा और ओलावृष्टि के कारण खेतों में खड़ी गेहूं और चना की फसल को भारी नुकसान हुआ। कई खेतों में फसल कटी पड़ी है, जिसके सड़ने का खतरा बढ़ गया है।
शिवराज सरकार ने बर्बाद फसलों का सर्वे भी शुरू करा दिया है। 27 जिलों में प्रारंभिक नुकसान सामने आया है। CM शिवराज सिंह चौहान ने 25 मार्च तक सर्वे पूरा करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बेमौसम बारिश और ओलों से फसल तबाह होने की जानकारी दी है। सीएम ने पीएम से फोन पर बात की। सीएम शिवराज ने कहा कि वे सागर और विदिशा में प्रभावित खेतों का मुआयना करेंगे। हर खेत तक पहुंचना संभव नहीं है, लेकिन हर जिले, हर गांव और हर किसान की चिंता करूंगा। किसानों के साथ सरकार खड़ी है।
इससे पहले रविवार को विदिशा और ग्यारसपुर तहसील के 21 गांवों में ओलावृष्टि हुई थी। इसके अगले ही दिन सोमवार की दोपहर को गंजबासौदा,सिरोंज और कुरवाई तहसील के गांवों में कुदरत का कहर बरपा। कुछ गांवों में 20 मिनट तक तो कुछ गांवों में 30 मिनट तक ओले गिरे। इस ओलावृष्टि के कारण खेतों में पककर तैयार खड़ी गेहूं की फसल की बालियां टूटकर गेहूं के दाने खेत में बिखर गए। यही स्थिति चना की फसल के साथ भी बनी। सबसे अधिक नुकसान पवई, पिथोली और कुलहन में बताया जा रहा है। किसानों का कहना था कि वे मौसम सुधरने के बाद फसल कटाई की तैयारी में थे लेकिन वर्षा और ओलों ने फसलों को बर्बाद कर दिया।
सीएम शिवराज ने कहा- मैं किसानों के बीच निकला हूं। फसलों को कई गांवों में व्यापक नुकसान हुआ है। किसान की आंखों में आंसू हैं। मेहनत तो गई, लेकिन खाद बीज कीटनाशक का खर्चा और अगले साल की चिंता किसानों को है। मेरी अपील है कि चिंता करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। मन में तकलीफ होगी मैं मानता हूं, लेकिन मैं हूं, इस संकट से किसानों को निकाल कर ले जाउंगा। राहत राशी के अलावा फसल बीमा योजना का लाभ देते हुए, दोनों को मिलाकर नुकसान की भरपाई कर दी जाएगी। अगर आपदा ग्रस्त किसान के यहां बेटी की शादी थी तो किसान चिंता न करें। उन्हें 56 हजार रुपए बेटी के शादी के लिए दिए जाएंगे ताकि किसी तरह की कोई परेशानी ना आए। कुल मिलाकर हम किसानों को संकट से निकालकर ले जाएंगे।
विदिशा के किसानों का कहना है कि खेतों में खड़ी फसलों को लगभग 70 प्रतिशत तक नुकसान हो गया है। गेहूं के खेत में ओले गिरने से गेहूं की बालियां टूट कर गिर गई हैं। चने की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। कई किसानों की खेतों में फसल कटी पड़ी है, जिसके सड़ने का खतरा बढ़ गया है।