पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में STF के छापे, DGP ने किए बड़े खुलासे
चंडीगढ़/जालंधर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रही जंग के बीच पंजाब पुलिस की स्पैशल टास्क फोर्स (एस.टी.एफ.) ने 24 बैंक खाते फ्रीज किए हैं, जिनमें कुल 6.69 करोड़ रुपए की राशि है।
पंजाब के डी. जी. पी. गौरव यादव ने गुरुवार को बताया कि ड्रग इंस्पैक्टर शिशन मित्तल के खिलाफ अवैध दवा और मैडीकल स्टोर से जुड़े ड्रग तस्करी के संचालन में मदद करने और अपने रिश्तेदारों के नाम पर बेनामी खातों में ड्रग मनी को जमा करने के आरोपों की चल रही जांच के तहत छापेमारी की गई। पंजाब के बठिंडा, मौड़ मंडी, गिद्दड़बाहा, मोहाली, चंडीगढ़ और हरियाणा में फतेहाबाद सहित 8 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की गई। डी.जी.पी. गौरव यादव ने बताया कि पुलिस द्वारा फ्रीज किए गए बैंक खाते आरोपी ड्रग इंस्पैक्टर के नाम पर हैं और उसके रिश्तेदारों के नाम पर भी बेनामी खाते हैं, जिनमें कुल 6.69 करोड़ रुपए जमा हैं।
इसके अलावा 3 बैंक लॉकर जब्त किए गए। पुलिस टीमों ने गंभीर वित्तीय अनियमितताएं पकड़ी है, जिसके तहत इन बेनामी खातों में लगातार नकदी जमा की गई है और मूल स्रोत को छिपाने के लिए कई लेन-देन किए गए हैं। छापेमारी के दौरान एस.टी एफ. ने 9.31 लाख रुपए नकद, 250 ग्राम सोना और विदेशी करंसी (515 दिरहम) बरामद की है। इसके अलावा अवैध गतिविधियों से अर्जित की गई बड़ी संपत्ति की पहचान की गई है, जिसमें जीरकपुर में 2 करोड़ की कीमत के फ्लैट, डबवाली में 40 लाख रुपए का प्लॉट आदि शामिल हैं।
डी.जी.पी. ने कहा कि जांच से पता चला है कि ड्रग इंस्पैक्टर नियमित रूप से जेल के अंदर बंद ड्रग तस्करों के संपर्क में था और बाहर उनके ड्रग नेटवर्क को सुविधाजनक बनाता था। ड्रग इंस्पैक्टर सरकार से अनुमति। तुमति लिए बिना अक्सर विदेश यात्रा कर रहा था। इस संबंध में एन डी पी एस. अधिनियम की धारा 29. 59 और भारतीय व्याय संहिता (बी.एन. एस) की धारा 111 (संगठित अपराध) के तहत एफ आई आर संख्या 121/2024 पहले ही दर्ज की जा चुकी है।