केन-बेतवा परियोजना से बुन्देलखण्ड होगा हरा-भरा, समृद्धशाली : मुख्यमंत्री यादव
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर दोनों ही बदलने वाली है। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 25 दिसम्बर को मूर्तरूप देने के लिये आधारशिला रखेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह बात गुरूवार को छतरपुर जिले के सटई में आयोजित किसान सम्मेलन सह लोक कल्याण शिविर में कही। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 11 दिसम्बर से 26 दिसम्बर तक जनकल्याण पर्व मनाया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के समग्र विकास के लिये विभिन्न सौगातें प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये, स्व-सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सम्मेलन में 160 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्व. वाजपेयी की 100वीं जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा केन-बेतवा लिंक परियोजना के भूमि-पूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिये सभी को निमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महाराज छत्रसाल और आल्हा-ऊदल के पराक्रम और बलिदान को स्थानीय कवि की पंक्तियों, ‘छत्ता तेरे राज में धक-धक धरती होय, जित-जित घोड़ा मुख करे, तित-तित फत्ते होय’ का उद्घोष करते हुए याद किया। उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर के बाद वीरों की यह भूमि विकास के लिये भी जानी जायेगी। इस दिन प्रधानमंत्री मोदी बुन्देलखण्ड क्षेत्र के कायाकल्प की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद बुन्देलखण्ड क्षेत्र में “सूखा” अतीत की बात हो जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी की दूरदर्शी सोच ने ही पहली बार देश भर की नदियों को जोड़कर बिखरी पड़ी जल-शक्ति के समुचित प्रबंधन का सपना देखा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. वाजपेई के सपने को साकार करने के लिये प्रधानमंत्री मोदी ने आधुनिक भगीरथ बनकर देश भर में रिवर लिंक परियोजनाओं की शुरूआत की है। डॉ. यादव ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इनमें से 2 परियोजनाओं की सौगात मध्यप्रदेश को मिली है। पहली पीकेसी परियोजना का एमओए और शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में 17 दिसम्बर को जयपुर में हो चुका है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 25 दिसम्बर को केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के शिलान्यास पर खुशी जताते हुए कहा कि एक लाख करोड़ रुपए लागत की इस परियोजना में 90 हजार करोड़ रुपए का व्यय केन्द्र सरकार वहन करेगी। डॉ. यादव ने बताया कि केन-बेतवा लिंक परियोजना से मध्यप्रदेश के 8.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में जबकि पड़ोसी उत्तर प्रदेश के 2.5 लाख हेक्टेयर में सिंचाई, पेयजल और औद्योगिक उपयोग के लिए पानी उपलब्ध हो सकेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वास दिलाया कि अब बुंदेलखंड जल-शक्ति से संपन्न हो जाएगा, इससे किसान समृद्ध होंगे क्षेत्र में खुशहाली आयेगी। स्थानीय युवा को नौकरी के लिए पलायन भी नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि प्रदेश में हमारी सरकार ने पहली बार रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित कर उद्योगों को छोटे शहरों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।
खजुराहो के सांसद शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेई के सपने को पूरा करने प्रधानमंत्री मोदी उनकी 100 वीं जयंती पर केन-बेतवा लिंक परियोजना के रूप में श्रद्धांजलि देने आ रहे हैं। इस परियोजना से बुंदेलखंड में पानी की समस्या दूर होगी और बुन्देलखण्ड की गरीबी और सूखे की समस्या का केन-बेतवा परियोजना एक अच्छा समाधान होगा। वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अहिरवार एवं विधायक राजेश शुक्ला ने अपने उद्बोधन में दी गई सौगातों एवं केन-बेतवा लिंक परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव और प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया।
सम्मेलन में विधायक छतरपुर श्रीमती ललिता यादव, विधायक राजनगर अरविंद पटेरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष, सुविद्या अग्निहोत्री, उ.प्र. के पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह, पूर्व विधायक उमेश शुक्ला, पूर्व विधायक पुष्पेंद्र नाथ पाठक, चंद्रभान सिंह गौतम, पुष्पेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।