ऑपरेशन सिंदूर ने पाक को बता दिया कि भारत आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेगा: राजनाथ सिंह

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर भविष्य में भारत की धरती पर कोई भी आतंकवादी हमला होता है तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे क्योंकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है और भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
रक्षा मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के जवानों के साथ योग किया। बाद में अपने संबोधन में राजनाथ ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि भारत को ‘‘हजार घाव’’ देने की उसकी नीति कभी सफल नहीं होगी। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी इस योग सत्र में भाग लिया। सिंह शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर उधमपुर पहुंचे।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह जम्मू-कश्मीर की उनकी दूसरी यात्रा थी। उन्होंने 15 मई को कश्मीर का दौरा किया था, जिसके कुछ दिन पहले भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए सहमति जताई थी।
रक्षा मंत्री ने कहा ‘‘ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है… इस ऑपरेशन के जरिए हमने पाकिस्तान को बता दिया कि भारत में आतंकवाद जारी रखने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसका जवाब बद से बदतर होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की ‘एयर स्ट्राइक’ (सीमा पार) का ही विस्तारित रूप है। हमने पाकिस्तान को बता दिया है कि भारत को ‘‘हजार घाव देने’’ की उसकी नीति कभी सफल नहीं होगी।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘भारत की धरती पर कोई भी आतंकी हमला पाकिस्तान के लिए विनाशकारी साबित होगा। भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने के लिए तैयार है।’’ उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पार आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ हम आसानी से अन्य ठिकानों को नष्ट कर सकते थे लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। हमने संयम दिखाया। उन्होंने इसका श्रेय योग को दिया जो क्रोध पर काबू पाने में मदद करता है, शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है और शक्ति को नियंत्रित करता है।
सिंह ने कहा कि पहलगाम हमले की योजना सीमा पार बनाई गई थी और यह महज एक आतंकवादी घटना नहीं थी बल्कि इसका उद्देश्य भारत की सामाजिक और सांप्रदायिक एकता को बिगाड़ना था।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने न केवल उनकी योजनाओं को विफल किया बल्कि जवाबी कार्रवाई भी की जिससे पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े और उसके बाद ही हमने ऑपरेशन सिंदूर रोका।’’
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सशस्त्र बलों ने छह और सात मई की मध्य रात्रि में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचों पर हमला किया था। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए किया गया था जिसमें 26 लोग मारे गए थे।