जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है। सांझी नाला इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और बसंतगढ़ के जंगलों पर कड़ी निगरानी रखी गई है। संदिग्ध आतंकवादी गतिविधि के चलते इलाके में संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया है। सेना ने यह जानकारी दी। बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में सेना और पुलिस के एक संयुक्त अभियान के दौरान यह मुठभेड़ हुई। जम्मू स्थित ‘व्हाइट नाइट कोर’ के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘आतंकवादियों से सामना हुआ। अभियान अभी जारी है।’’ मामले में अभी और जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।
इससे पहले सेना के जवानों ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अग्रिम इलाके में संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद गोलीबारी की, वहीं सुरक्षा बलों ने पुंछ, सांबा और कठुआ जिलों में 12 से अधिक स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजौरी के किरी सेक्टर के चिंगस इलाके में सतर्क जवानों ने सुबह घने पेड़ों की आड़ में तीन से चार लोगों की संदिग्ध गतिविधियां देखीं। अधिकारियों ने बताया कि जवानों ने दो दर्जन से ज़्यादा राउंड फायरिंग की और साथ ही तलाशी अभियान भी चलाया। साथ ही ड्रोन भी तैनात किए। हालांकि, संदिग्ध लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस के विशेष अभियान समूह, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और राष्ट्रीय राइफल्स ने सुबह छह बजे से पुंछ जिले में सुरनकोट और मेंढर में संयुक्त रूप से तलाश अभियान शुरू किया।
अधिकारियों ने कहा किसुरनकोट के सरी, उस्तन, पठानखोर, लोहार मोहल्ला, चांदीमढ़, फागल, हरि टॉप और मेंढर के उचाद एवं कल्लर-गुरसाई में यह अभियान चलाया गया लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि अर्द्धसैन्य बलों की सहायता से पुलिस ने कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बेइन नाला, चारू मुथी और चक धुलमा तथा तरनाह और चक्रा गांवों में भी तलाशी ली।