अपराधटॉप न्यूज़राज्यराष्ट्रीय

मिर्ची बम से घबराकर दया की भीख मांगने लगा पाक आतंकी

trश्रीनगर। सेना के कमांडो ने गुफा में कल रात से छुपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए गुफा में मिर्ची बम और आंसू गैस के गोले दागे जिसके बाद उक्त आतंकवादी घबरा गया और दया की भीख मांगने लगा। सज्जाद अहमद को उसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया और उसने स्वयं को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुज्जफरगढ़ का निवासी बताया।
22 वर्षीय यह आतंकवादी उन पांच आतंकवादियों में से एक था जिन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से यहां घुसपैठ की थी। जब सेना को घुसपैठ की जानकारी हुई तो ये आतंकवादी एक गुफा में छुप गए। सेना आतंकवादियों की तलाश में कश्मीर के रफियाबाद में तलाशी अभियान चला रही थी। सेना के अधिकारियों ने बताया कि यहां से करीब 100 किलोमीटर उत्तर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से घुसपैठ करने वाले लश्करे तैयबा के पांच आतंकवादियों ने नियंत्रण रेखा पर लगाये गए कड़े सुरक्षा घेरे को तोड़ने के कई प्रयास किये। नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा घेरे में बदलाव 15वीं कोर के निवर्तमान कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा के दिमाग की सोच थी। साहा नयी जिम्मेदारी के लिए सैन्य मुख्यालय चले गए हैं। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सेना की तकनीकी खुफिया इकाई ने इस बारे में सिगलन पकड़े कि एक समूह 25़़़26 अगस्त की रात में इस क्षेत्र से घुसपैठ करने का प्रयास कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि एक घेराबंदी की गई और कल मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। यद्यपि बाकी आतंकवादियों का पता नहीं चला। जब अभियान को समाप्त किया जा रहा था, सेना के एक मेजर ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादी अभी भी भारतीय क्षेत्र में हैं। आतंकवादियों की तलाश के लिए विभिन्न इकाइयों की एक टीम बनायी गई। अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान रफियाबाद में एक उंचाई वाले क्षेत्र पर एक प्राकतिक गुफा मिली। जब सुरक्षा बल वहां पहुंचा आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में लश्करे तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गए। इस आशंका पर कि गुफा में कुछ और आतंकवादी छुपे हो सकते हैं, सैनिकों ने उन्हें बाहर निकालने के लिए आंसू गैस और मिर्ची बम के कुछ गोले दागे। कुछ समय बाद जवान गुफा में घुसे और उन्होंने वहां सज्जाद को रोते हुए पाया। उसे गिरफ्तार करके श्रीनगर स्थित संयुक्त पूछताछ केंद्र भेज दिया गया।

Related Articles

Back to top button