बुलंदशहर : इंस्पेक्टर सुबोध सिंह हत्याकांड में मुख्य आरोपी समेत तीन गिरफ्तार
बुलंदशहर : बुलंदशहर में भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर स्याना सुबोध कुमार सिंह तथा एक युवक सुमित की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस प्रकरण को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के बेहद गंभीर होने के कारण जांच अधिकारी एडीजी इंटेलिजेंस एसवी शिरोडकर मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने जांच शुरू कर दी है। बुलंदशहर में हिंसा के दौरान स्याना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के मामले में स्याना कोतवाली में उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज, भाजपा युवा स्याना के नगराध्यक्ष शिखर अग्रवाल, विहिप कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी नामजद किया गया। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी योजेश राज के साथ दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा पांच अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस प्रकरण में 88 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 25 लोग नामजद हैं। बुलंदशहर हिंसा को लेकर पुलिस ने कल रात से ही ताबड़तोड़ छापा मारना शुरू कर दिया था। इसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रात भर महाव और चिंगरावठी गांव में छापेमारी की। पुलिस चश्मदीदों और सामने आई वीडियो-तस्वीरों के आधार पर छापेमारी कर रही है। महाव और चिंगरावठी, दोनों ही गांव घटनास्थल के नजदीक के गांव हैं। माना जा रहा है कि 400-500 लोगों की भीड़ इन्हीं गांवों से आई थी।
पुलिस की छह टीमों ने 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके साथ ही आसपास के जिलों में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। बुलंदशहर की इस घटना के बाद से ही गर्माते माहौल को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। यहां पर आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। यहां आने वाले हर वाहन की जांच की जा रही है, ताकि किसी और तरह से माहौल खराब ना हो पाए। बुलंदशहर हिंसा की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। गौरतलब है कि कल बुलंदशहर के स्याना थाना क्षेत्र के एक खेत में गोकशी की आशंका के बाद बवाल शुरू हुआ। जिसकी शिकायत मिलने पर सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। इतने में ही तीन गांव से करीब 400 लोगों की भीड़ ट्रैक्टर-ट्राली में कथित गोवंश के अवशेष भरकर चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास पहुंच गई और जाम लगा दिया। इसी दौरान भीड़ जब उग्र हुई तो पुलिस ने काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े और जल्द ही वहां फायरिंग भी होने लगी, जिसमें सुबोध कुमार घायल हो गए और एक युवक भी जख्मी हो गया। सुबोध कुमार को अस्पताल ले जाने से रोका गया और उनकी कार पर जमकर पथराव भी किया गया। अब पुष्टि हुई है कि सुबोध कुमार की मौत गोली लगने से हुई है।