ममदोट में संदिग्धों के छिपे होने की सूचना पर तीन दिन से पुलिस, बीएसएफ, एसटीएफ का सर्च अभियान जारी है। गुरुवार को भी ममदोट स्थित चक्क सरकार जंगल का तकरीबन दो सौ पुलिसकर्मी व बीएसएफ जवानों ने चप्पा-चप्पा खंगाला। शाम चार बजे तक सर्च अभियान जारी था। किसी के पकड़े जाने की कोई खबर नहीं है। पुलिस के अधिकारी बताने को तैयार नहीं हैं कि वह किन लोगों की तलाश कर रहे हैं।
उधर, खुफिया सूत्रों के मुताबिक ममदोट में संदिग्ध छिपे हुए हैं। उन्होंने मंगलवार रात को पाक मोबाइल सिम कार्ड के जरिए पाकिस्तान में बातचीत की थी जिसे ट्रेस किया गया था। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि संदिग्ध ममदोट में छिपे हैं जो किसी भी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। फिरोजपुर को पूरी तरह सील कर चेकिंग की जा रही है।
ममदोट के जंगलों में सर्च ऑपरेशन
गुरुवार सुबह दस बजे डीएसपी लखबीर सिंह व थाना ममदोट प्रभारी रणजीत सिंह की अगुवाई में ममदोट स्थित चक्क सरकार जंगल में लगभग दो सौ पुलिसकर्मी, एसटीएफ व बीएसएफ जवानों ने सर्च अभियान चलाया। मेटल डिटेक्टर के जरिए पूरे जंगल को खंगाला गया।
यह भी जांच की गई कि कहीं संदिग्धों ने विस्फोटक सामग्री छिपाकर तो नहीं रखी। बता दें कि मंगलवार को पाक सिम कार्ड के जरिए पाकिस्तान में बातचीत करने की लोकेशन ममदोट के गांव ढाणी गुलाब सिंह वाली में ट्रेस की गई थी।
मंगलवार रात और बुधवार सुबह ममदोट की ढाणी गुलाब सिंह वाली के प्रत्येक घर की चेकिंग की गई और खेतों में सर्च अभियान चलाया गया। जिन लोगों पर शक था उनसे पूछताछ भी की गई थी। जानकारों का कहना है कि ममदोट के गांवों में रहने वाले कई लोग हेरोइन व असलाह तस्करी के धंधे से जुड़े हैं। पुलिस ने उन सभी से भी पूछताछ की है।
आतंकवाद के दौरान ममदोट में कई आतंकी रहते थे। ममदोट के अधिकांश गांव भारत-पाक सीमा से सटे हुए हैं। पुलिस फिरोजपुर में विभिन्न जगहों पर नाकाबंदी कर फिरोजपुर में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहनों की चेकिंग कर रही है। फिरोजपुर के किले वाला चौक, चुंगी नंबर-सात, ऊधम सिंह चौक के अलावा अन्य रास्तों पर पुलिस के नाके लगे हैं।