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RBI की बैठक से पहले 4 बैंकों का कर्ज महंगा, 0.15 फीसदी से लेकर 0.35 फीसदी तक महंगे हुए लोन

नई दिल्ली : आरबीआई की 3 नवंबर को हो रही बैठक से दो दिन पहले ही चार बड़े बैंकों ने कर्ज महंगा कर दिया है। आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक ने एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है। नई दरें एक नवंबर से लागू हो गई हैं।

एमसीएलआर वह दर होती है जिससे कम दर पर बैंक कर्ज नहीं दे सकते। इसे 2016 में आरबीआई ने शुरू किया था। आरबीआई ने इस साल मई से अब तक रेपो में चार बार में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी की है जिससे पहले से ही कर्ज महंगे हो गए हैं। अप्रैल तक 6.60 फीसदी पर मिलने वाला कर्ज अब कम से कम 8 फीसदी पर मिल रहा है।

खुदरा कर्ज बैंकों के कुल कर्ज में 29% हिस्सा रखता है। एक साल पहले इसकी हिस्सेदारी 13.2% थी। इसमें ज्यादातर हाउसिंग और वाहन लोन होते हैं। सेवा क्षेत्र को दिए जाने वाले कर्ज में सितंबर में 20% की तेजी आई है जबकि एक साल पहले इसमें केवल 1.2% की बढ़त हुई थी।

आंकड़े बताते हैं कि आरबीआई ने इस साल जितना रेपो दर बढ़ाया है, उसकी तुलना में जमा पर कम ब्याज बैंकों ने बढ़ाया है। जबकि कर्ज ज्यादा महंगा किया है। सितंबर में कर्ज 0.10 से 0.26 फीसदी तक महंगे हुए जबकि जमा पर ब्याज केवल 0.9 फीसदी ही बढ़ा।

आईसीआईसीआई बैंक : एमसीएलआर में 0.20% की बढ़ोतरी की है। एक साल का एमसीएलआर अब 8.30 फीसदी होगा जो पहले 8.10% था। पंजाब नेशनल बैंक : एमसीएलआर को 0.30 फीसदी बढ़ाया है। इससे एक साल की दर अब 8.05% होगी जो पहले 7.75% थी। तीन साल की दर 8.05 से बढ़कर 8.35% हो गई है।

बैंक ऑफ इंडिया : इसने 0.15% तक की बढ़ोतरी की है। एक साल का एमसीएलआर दर अब 7.95% होगी जो पहले 7.80% थी। इंडियन बैंक : बैंक ने एक दिन की एमसीएलआर को 0.35% बढ़ाकर 7.40% कर दिया है।

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