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अगले पांच यूपी के खोए गौरव को वापस लाने का होगा काम: अमित शाह

लखनऊ: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश में विकास की नींव डालने का काम किया। अगले पांच साल में यूपी के खोए गौरव को वापस लाने का काम किया जाएगा। गुरुवार को विधायक दल की बैठक में गृहमंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह बोल रहे थे। उन्होंने योगी की नई सरकार का रोडमैप भी पेश किया। उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में जो नींव रखी गई है उस पर अब एक बुलंद इमारत बनानी है। यूपी को अब उसका खोया गौरव दिलाना है, जल्द से जल्द यूपी को नंबर एक की अर्थव्यवस्था बनाना है। उत्तर प्रदेश में ज्यादातर समय राजनैतिक अस्थिरता का माहौल रहा। इसका नतीजा उत्तर प्रदेश की राजनीति में जातिवादी और परिवारवादी पार्टियों का उदय हुआ।

उन्होंने कहा कि यूपी में एक बार फिर जीतकर भाजपा ने इतिहास रच दिया। लगातार सत्ता में आने का रिकॉर्ड बनाया। ये हम सभी के लिए गौरव का क्षण है, जब किसी मुख्यमंत्री को दोबारा सत्ता में आने का मौका मिला है। जब से आम चुनाव शुरू हुए हैं, उस वक्त से उत्तर प्रदेश में ऐसा नहीं हुआ है। जनता ने हमें दो तिहाई से अधिक सीटों से जिताया। इससे पूर्व की सरकारों में जातिवाद की वजह से योजनाएं धरातल पर नहीं उतरती थीं। यूपी में पहले कानून व्यवस्था का बुरा हाल था। हमारी सरकारी बनी तो लोगों में आशा जगी। योगी सरकार ने प्रशासन के राजनीतिकरण को समाप्त किया। अब प्रदेश में लोगों को कानून पर विश्वास है। सबका साथ, सबका विकास मंत्र पर योगी सरकार ने काम किया।

शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास की नींव डालने का काम जो 5 साल में हुआ है, आगे के 5 साल यूपी को खोए हुए गौरव को वापस दिलाने का है और यूपी को नंबर एक बनाने का है। यहीं से शुरू होती है बदलाव की यात्रा। यहीं से शुरू होती है विकास की यात्रा। यहीं से शुरू होती है नींव पर समृद्धि की बुलंद इमारत बनाने की यात्रा। गरीब और युवाओं के और छोटी बच्चियों की आशाओं को पूरा करने की यात्रा। इसे सभी विधायकों को योगी जी के नेतृत्व में पूरा करना है।

अमित शाह ने कहा, ”आज हम सबके लिए आनंद का विषय है कि यूपी विधानसभा का नया इतिहास लिखने का क्षण हो रहा है। 35 सालों से कभी भी एक पार्टी को दूसरी बार पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। भाजपा अकेली पार्टी है जिसने दोनों बार दो तिहाई समर्थन हासिल किया। यूपी की स्थापना से अब तक कोई भी मुख्यमंत्री अपने शासन के आधार पर फिर से एक बार जनादेश लेकर मुख्यमंत्री नहीं बन पाया। हमारे लिए आनंद का विषय है कि योगी जी को दूसरी बार जनता ने चुना है।”

कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में राजनीति का अपराधीकरण था। उत्तर प्रदेश की जनता इससे मुक्ति चाहती थी। 2017 का समय आया और यहां की जनता को उससे मुक्ति मिली। सपा सरकार में उद्योगपतियों का सम्मेलन दिल्ली में होता था। क्योंकि कोई भी उद्योगपति लखनऊ आने के लिए तैयार नहीं होता था। सपा सरकार में माफिया और गुंडे पुलिस के मालिक बन बैठे थे। गरीब की एफआईआर लिखवाने की हिम्मत नहीं होती थी। 2017 के बाद जब सत्ता में बदलाव हुआ, तो आप देख सकते हैं गुंडे और माफियाओं की क्या हालत है।

अमित शाह ने भाजपा से पहले यूपी में सरकार चालने वाली सपा और बसपा जैसे पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी में जातिवादी और परिवारवादी नासूर ने जनता की आशा को खत्म कर दिया था। उन्होंने कहा, ”यूपी कई सालों से राजनीतिक अस्थिरता का केंद्र रहा। आजादी के शुरूआत समय के बाद यहां मूल्यों का क्षरण हुआ और राजनतीकि विचारधारा भी क्षरण हुआ। जातिवादी पार्टियां पनपती गईं। इस वजह से राजनीतिक अस्थिरता का माहौल 2014 तक चला।” भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने 2014, 2017 और 2019 में मिली जीत का भी जिक्र किया और बताया कि कैसे 2014 लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं को विश्वास हुआ कि उनकी पार्टी यूपी में 300 पार जा सकती है।

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