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हवाई अड्डों पर बढ़ती भीड़ को लेकर अहम बैठक, गृह सचिव की अध्यक्षता में खोजे जाएंगे उपाय

नई दिल्ली : देश के हवाई अड्डों पर बढ़ती भीड़ से हो रही समस्याओं को हल करने के लिए केंद्र सरकार ने आज अहम बैठक बुलाई है। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में भीड़ प्रबंधन के उपाय खोजे जाएंगे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को गृह मंत्रालय में यह बैठक होगी। इससे पहले केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि समस्या पर विचार करने के लिए एयरलाइंस, एयरपोर्ट प्राधिकरण और सीआईएसएफ के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई। इसमें दिल्ली एयरपोर्ट पर भीड़ व उड़ानों में देरी को लेकर तीन घंटे तक मंथन किया गया।

नागरिक विमानन मंत्रालय ने बुधवार को ट्वीट कर बताया था कि बैठक में दिल्ली एयरपोर्ट पर भीड़ को नियंत्रित करने व प्रतीक्षा का समय (वेटिंग टाइम) कम करने के उपायों पर विचार विमर्श किया गया। इसमें बोर्डिंग चेक पाइंट और एंट्री गेट्स पर समय कम लगे ऐसे प्रबंध करने तथा यात्रियों की सुगम आवाजाही के उपाय किए गए हैं।

बता दें, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर इन दिनों भीड़ उमड़ रही है। इससे लोगों को उड़ान से घंटों पहले आना पड़ रहा है। घंटों लाइनों में लगने के कारण लोग अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर उतार रहे हैं।

गत दिवस पत्रकार शीला भट्ट ने दिल्ली एयरपोर्ट के हालात को लेकर ट्वीट किया, ”ये एयरपोर्ट है या रेलवे स्टेशन? सिक्योरिटी चेक क्लीयर करने में एक घंटे से ज्यादा समय लगा। टर्मिनल 3 के डिपार्चर एरिया में चार लाइनों में कम से कम 200-200 लोग लगे हैं। हर तरफ हंगामे का माहौल।” उन्होंने केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को टैग किया। उन्होंने आगे कहा, ”एयरपोर्ट पर सभी कैबिनेट मंत्री, सांसद, विधायक और वीवीआईपी लोगों को निकालने के लिए बिजनेस क्लास मार्ग है तो उन्हें इसका कोई अंदाजा नहीं है कि दिल्ली से मुंबई जाना कितना मुश्किल काम है और इसमें एक्सप्रेस ट्रेनों के बराबर समय लगता है। आगमन और प्रस्थान वाले हवाईअड्डे पर लगभग चार घंटे लग रहे हैं।”

इससे पहले केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के T3 का औचक निरीक्षण किया था। इसके बाद मीडिया से चर्चा में सिंधिया ने कहा था कि हवाई यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। आईजीआई में प्रवेश द्वारों की संख्या 14 से बढ़ाकर 16 कर दी है।

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के रिटायर्ड ऑफिसर पी. एस सावंत का मानना है कि कोरोनाकाल में पूरी दुनिया में एक ठहराव जैसी स्थिति थी। उस समय सिर्फ लोग बहुत जरूरी होने पर ही यात्रा कर रहे थे। अब हालात बदल रहे हैं। वर्तमान समय में घरेलू यात्रियों के बढ़ने के कुछ बड़े कारण हैं। 2022 का अंतिम महीना चल रहा है। इस समय ज्यादातर लोग छुट्टियां मनाने के लिए जाते हैं। इसलिए हवाईअड्डों पर यात्रियों की आमद बढ़ गई है।

घरेलू उड़ानों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है। इसका सबसे ज्यादा असर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता जैसे शहरों के एयरपोर्ट्स पर देखने को मिलता है। क्योंकि ये बड़े एयरपोर्ट्स हैं और यहां से हर क्षेत्र के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मिलती हैं। अब यात्री किराया में भी काफी कमी आने लगी है।

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