राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुखोई फाइटर जेट में भरी उड़ान, दुश्मनों को कड़ा संदेश
तेजपुर : राष्ट्रपति और तीनों सेनाओं की प्रमुख द्रौपदी मुर्मू ने आज असम के तेजपुर से लड़ाकू विमान सुखोई 30 एमकेआई में उड़ान भरी। असम के तेजपुर का ये वायुसेना स्टेशन बहुत महत्वपूर्ण है। यहां से चीन, बांग्लादेश, म्यांमार पर वायुसेना नजर रखती है। ऐसे में राष्ट्रपति मुर्मू की तेजपुर से भरी गई आज की उड़ान चीन के लिए भारत की सेना का सख्त संदेश भी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पहले राष्ट्रपति रहे एपीजे अब्दुल कलाम और राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने भी सुखोई में उड़ान भरी थी। इस तरह वायुसेना के इस खतरनाक लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाली द्रौपदी मुर्मू दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुवाहाटी में गजराज महोत्सव-2023 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रकृति और मानवता के बीच पवित्र रिश्ता होता है। जो कार्य प्रकृति और पशु-पक्षियों के लिए हितकारी है, वह मानवता के भी हित में है। धरती माता के हित में भी है। इससे पूर्व उन्होंने कांजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में हाथी को खाना खिलाया और जीप सफारी का लुत्फ लिया। राष्ट्रपति ने हाथियों के साथ दया का व्यवहार करने, उनके गलियारों को अवरोधों से मुक्त रखने का आग्रह किया ताकि उनकी आवाजाही आसान हो सके।
सुखोई में उड़ान भरकर प्रतिभा पाटिल ने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए थे। पहला- सुखोई में उड़ान भरने वाली किसी देश की पहली महिला राष्ट्रपति। दूसरा- किसी देश की सबसे उम्रदराज महिला। प्रतिभा पाटिल तब 74 साल की थी। उनका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज है।
प्रतिभा पाटिल से पहले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति रहने के दौरान 8 जून 2006 में सुखोई से उड़ान भर चुके हैं। वे ऐसा करने वाले देश के पहले राष्ट्रपति थे। प्रतिभा पाटिल उनके बाद सुखोई से उड़ान भरी। अब द्रौपदी मुर्मू ऐसा करने वाली तीसरी राष्ट्रपति हो जाएंगी।
प्रतिभा पाटिल ने 25 नवंबर 2009 में पुणे स्थित वायु सेना के लोहेगांव बेस से विंग कमांडर ए सजन के साथ 10 हजार फुट की ऊंचाई पर लगभग 800 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से करीब आधे घंटे उड़ान भरी थी। सुखोई 30 MKI उड़ाने के बाद राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सेना की वर्दी पहन कर टी 90 युद्धक टैंक की सवारी भी की थी।
निर्मला सीतारमण ने 17 जनवरी 2018 में सुखोई 30MKI में उड़ान भरी थी, उस समय वे रक्षा मंत्री थी। देश के सबसे एडवांस फाइटर जेट सुखोई को उड़ाने वाली वह पहली महिला बन गई थीं। उन्होंने जोधपुर एयरबेस से 2100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले सुखोई 30MKI से 8 हजार मीटर से ज्यादा ऊंची उड़ान भरी थी। वे करीब 45 मिनट आसमान में रहीं थीं।
बता दें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय असम दौरे पर गुरुवार दोपहर गुवाहाटी पहुंची थीं। हवाई अड्डे पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति की अगवानी के लिए राज्यापल गुलाब चंद कटारिया भी हवाई अड्डे पर मौजूद रहे।