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देश में थम रही कोरोना की रफ्तार 24 घंटे में 27 लोगों की मौत, एक्टिव केस 60,000 के पार

नईदिल्ली : भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक्टिव केस में फिर उछाल देखने को मिला है। हालांकि, कोरोना के नए मामलों में कल के मुकाबले कमी आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों में 9,111 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि, कल के मुकाबले संख्या कम दर्ज की गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार सक्रिय मामलों में तेजी जारी है। इसका मतलब है कि देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में गिरावट आई है। एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 60,313 हो गई है। एक दिन पहले ये आंकड़ा 57,542 था।

कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। बीते 24 घंटे में 27 मौतों हुई है, जिसके साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,31,141 हो गई। कोविड के कुल मामले की बात करें तो संख्या 4.47 करोड़ (4,48,27,226) हो गई है।
गुजरात में छह लोगों की मौत

कोरोना से गुजरात में छह मौत, उत्तर प्रदेश में 4, दिल्ली और राजस्थान में तीन-तीन मौत, महाराष्ट्र में 2 तो बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और तमिलनाडु में एक की मौत हुई है। केरल में कोरोना से तीन लोगों की मौत दर्ज की गई है।

कोरोना की दैनिक सकारात्मकता (पॉजिटिविटी) दर भी बढ़कर 8.40 प्रतिशत हो गई और साप्ताहिक सकारात्मकता दर 4.94 प्रतिशत आंकी गई है। मंत्रालय ने कहा कि सक्रिय मामलों में अब कुल संक्रमणों का 0.13 प्रतिशत और राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.68 प्रतिशत दर्ज की गई है। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक कोविड टीके की 220.66 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं।

राजधानी दिल्ली में इस बार कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है. रविवार को कोरोना के 1,634 नए मामले दर्ज किए गए थे और तीन लोगों की मौत हो गई थी. जबकि पॉजिटिविटी रेट 29.68 प्रतिशत रहा. इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में एक्टिव मामलों की संख्या 5,297 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में 31.9 प्रतिशत की पॉजिटिविटी रेट के साथ 1,396 कोविड-19 मामले दर्ज किए गए, जो 15 महीनों में सबसे अधिक रहे.

कोरोना पर पिछले तीन साल से सटीक जानकारी देने वाले कानपुर IIT के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने दावा किया है कि मई महीने के मध्य में कोरोना अपने पीक पर होगा और उस दौरान हर रोज 50 हजार से ज्यादा केस आ सकते हैं. दरअसल, डॉ मणींद्र अग्रवाल ने मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर की गई भविष्यवाणी पूरे देश में सबसे सटीक साबित हुई है, लेकिन उनके मॉडल का सही हिसाब लगाने के लिए कम से कम रोजाना दस हजार केस की संख्या आनी जरूरी है.

बीते कुछ दिन की स्टडी के आधार पर आईआईटी प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि मई के महीने के बीच में कोविड का पीक देखने को मिल सकता है. इस मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर मध्य मई के महीने से रोजाना 50 से 60 हजार मामले सामने आने की उम्मीद है.

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