अन्तर्राष्ट्रीय

चीनी सेना की 90वीं सालगिरह का जश्न, भारत को दिखाई सैन्य ताकत

बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आज इनर मंगोलिया के झूरिहे स्थित देश के सबसे बड़े सैन्य अड्डे में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के 90वें स्थापना दिवस पर आयोजित भव्य परेड का निरीक्षण किया। सैन्य सूट पहने 64 वर्षीय शी एक खुली जीप में जवानों के सामने से गुजरे और इस दौरान लाउड स्पीकर में सैन्य संगीत बज रहा था। शी सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के प्रमुख हैं जिसके पास दुनिया की सबसे बड़ी सेना पीएलए का पूर्ण नियंत्रण है।

पीएलए की स्थापाना एक अगस्त 1927 को तब की गई थी जब माओ त्सेतुंग के नेतृत्व में सथारूढ़ सीपीसी ने उनके राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन को आगे बढ़ाया था। यह उन दुर्लभ राष्ट्रीय सेनाओं में से एक है, जो चीनी सरकार की बजाय अब भी सीपीसी के नेतृत्व में काम करती है। इस परेड में करीब 12,000 जवानों ने हिस्सा लिया और 129 विमान तथा 571 उपकरणों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया।

डोंगफेंग मिसाइलें (जिसमें छोटी, बढ़े और मध्यम रेंज के रॉकेट शामिल हैं ) और लाइट टैंक तथा ड्रोन सहित विभिन्न तरह के हथियारों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया। सैनिकों ने हेलीकॉप्टर से युद्ध के समय तीव्रता से उतरने और युद्ध के लिये तैयार होने की भूमिका का प्रदर्शन किया। यह परेड ऐसे समय में आयोजित की गई जब सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम में भारत और चीनी सैनिकों के बीच एक माह से गतिरोध चल रहा है। चीन डोकलाम के अलावा उथर कोरिया की स्थिति और अमेरिका द्वारा दक्षिण कोरिया में टर्मिनल हाई एल्टिट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) मिसाइल की तैनाती करने को लेकर भी चिंतित है।

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