जान बूझकर डेविस कप मुकाबला नहीं खेले सुमित नागल! एआईटीए की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
नई दिल्ली: सुमित नागल देश के काफी अनुभवी टेनिस खिलाड़ियों में से एक है। इस बार डेविस कप में उनका खेलना टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण था, लेकिन उन्होंने शरीर में तकलीफ होने का कारण बताते हुए खेलने से मना कर दिया था।
अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने मंगलवार को कहा कि शायद देश के शीर्ष एकल खिलाड़ी सुमित नागल स्वीडन के खिलाफ पिछले सप्ताह जान बूझकर डेविस कप मुकाबला नहीं खेले। स्वीडन ने भारत को 4 . 0 से हरा दिया था। एआईटीए सचिव अनिल धूपर ने कहा कि नागल और युकी भांबरी जैसे शीर्ष खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी का टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा।
भारत के पास एकल खिलाड़ी
कप्तान रोहित राजपाल ने युगल विशेषज्ञ एन श्रीराम बालाजी को पहले एकल मुकाबले में उतारा। टीम में एकमात्र अनुभवी खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन थे। आर्यन शाह और सिद्धार्थ विश्वकर्मा का यह पदार्पण टूर्नामेंट था जबकि निकी पूनाचा युगल पर ही फोकस करते हैं। भारत के पास एक ही एकल खिलाड़ी था। सुमित नागल ने कमर की तकलीफ का हवाला देकर डेविस कप से नाम वापिस लिया था जबकि युकी ने नहीं खेलने का कोई कारण नहीं बताया। सुमित नागल अब हांगझोउ में एटीपी 250 टूर्नामेंट खेल रहे हैं।
चीन में खेल रहे टूर्नामेंट
एआईटीए सचिव अनिल धूपर ने कहा ,‘‘सुमित और युकी खेलते तो हमारे पास मौका होता। उन्होंने एआईटीए प्रबंधन, कप्तान और टीम पर सवाल उठाये। सुमित नागल ने कहा कि उनकी कमर में तकलीफ है लेकिन अब वह ठीक हो गया। वह चीन में टूर्नामेंट खेल रहा है।”यह पूछने पर कि मुकुंद शशिकुमार पर एआईटीए ने पहले ही निलंबन लगा रखा है, धूपर ने कहा कि इसके बावजूद कप्तान राजपाल ने उन्हें टीम में शामिल करने के काफी प्रयास किये। उन्होंने कहा ,‘‘ कप्तान ने दस बार उसे फोन किया और कहा कि वह निलंबन हटाने का कार्यकारी समिति से अनुरोध करेंगे लेकिन उसने खेलने से इनकार कर दिया।”
भारत की करारी हार के बाद नागल, पूर्व खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन और पूरव राजा ने एआईटीए की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये थे।