अन्तर्राष्ट्रीयफीचर्ड

इस बेंच पर बैठते ही ‘बूढ़े भी बन जाते हैं बच्चे’

2009 में वो जर्मनी में बीएमडब्लू को गुडबाय कहकर इटली के एक छोटे से गांव में रहने आ गए. डैनी मिट्जमैन बताते हैं कि उनके इस फ़ैसले ने गांव के लोगों के ज़िंदगी को प्रभावित किया है.

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