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विवेक तिवारी मर्डर में लीपापोती करने में जुटी सरकार, उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों का किया जा रहा है शोषण

लखनऊ : राजधानी में विवेक तिवारी मर्डर पर सियासत भी शुरू हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जहां रविवार को इस पर ‘हिंदू कार्ड’ का दांव चला वहीं, सूबे की पूर्व सीएम मायावती ने आज जाति का दांव चला।

माया ने विवेक की जाति का जिक्र कर कहा कि राज्य में ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है। बीएसपी की सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सोमवार को प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और सरकार मामले पर लीपापोती कर रही है। मायावती ने कहा कि यहां ब्राह्मणों का शोषण हो रहा है और भय का माहौल है। उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की भी बात कही। मीडिया के सामने बीएसपी के पीड़ित परिवार के साथ होने की बात करते हुए मायावती ने कहा, देखने को मिला है कि प्रदेश में ब्राह्मणों का शोषण हो रहा है और सरकार केवल लीपापोती कर रही है। प्रदेश में भय का एक माहौल है और सरकार मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। राजधानी का यह हाल है तो प्रदेश का अंदाजा लगाया ही जा सकता है। सरकार अपने मंत्रियों को भेज रही है और केवल आश्वासन दे रही है। मायावती ने हत्या मामले में जल्द कार्रवाई करने की अपील करते हुए कहा, मेरा सरकार से कहना है कि अगर उनका कुछ हाथ नहीं है तो उन्हें बिना देरी किए ही इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए। जरूरी है कि अफसर से लेकर अधिकारियों तक सबके खिलाफ कार्रवाई हो। उन्होंने कहा, मैंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा को भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कहा और पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाने के निर्देश दिए हैं। बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, घटना दुखद है और सतीश मिश्र एक वकील होने के नाते खुद मामले की पैरवी करने को भी तैयार हैं। मैंने उन्हें निर्देश दिए हैं कि परिवार चाहे तो मामले की मुफ्त पैरवी करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए। सरकार को दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन सरकार इसे लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। इस बीच बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने विवेक के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि विवेक के परिजनों को सरकार की ओर से दिए गए मुआवजे को बढ़ाया जाना चाहिए और यदि एसआईटी जांच सही नहीं हुई तो कोर्ट की मदद ली जा सकती है। सतीश मिश्रा ने कहा, हमारी मांग है कि एसआईटी जांच रिटायर्ड जज की निगरानी में हो। पीड़ित परिवार सदमे में है इसलिए उसे हर संभव मदद मिलनी चाहिए। वहीँ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को विवेक तिवारी मर्डर को सांप्रदायिक ऐंगल दे दिया। उन्होंने इस मर्डर को एक ‘हिंदू की हत्‍या’ बता दिया। केजरीवाल ने रविवार को ट्वीट कर सवाल किया था कि विवेक तिवारी हिंदू थे तो फिर उन्‍हें क्‍यों मार दिया। केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने एक हिंदू के हितों की रक्षा नहीं की। इसके बाद केजरीवाल ने मृतक विवेक तिवारी की पत्‍नी कल्‍पना तिवारी से फोन पर बात भी की। उधर, केजरीवाल के इस हत्‍याकांड को ‘हिंदू की हत्‍या’ बताने के बाद बीजेपी ने भी पलटवार किया था। दिल्‍ली बीजेपी के प्रवक्‍ता तेजिंदर पाल सिंह बग्‍गा ने ट्वीट कर कहा कि केजरीवाल घटिया राजनीति न करें। दिल्ली बीजेपी चीफ मनोज तिवारी ने भी केजरीवाल पर हमला बोला और कहा कि विवेक तिवारी की हत्या हुई है और कसूरवार को सजा मिलेगी। हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं।

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