सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के निजी मोबाइल फोन पर हरकी पैड़ी को बम से उड़ा देने की धमकी देने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आज हरिद्वार पुलिस ने आरोपी केशवानंद पुत्र विद्यादत्त निवासी ग्राम आंताखोली तहसील चाकीसैंड़ पट्टी कंडारस्यू जिला पौड़ी को गिरफ्तार किया है। यह धमकी आरोपी ने 09 नवंबर को दी थी। पुलिस ने आरोपी को बिलकेश्वर मंदिर के गेट पास से गिरफ्तार किया। उसके पास से उक्त नंबर वाला मोबाइल बरामद कर लिया गया है। हाल में आरोपी देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में रहता है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने ही सीएम के मोबाइल पर ब्लास्ट की धमकी दी थी। आरोपी के बैग से कोई भी संदिग्ध समान नहीं मिला है।
आरोपी को 41 सीआरपीसी का नोटिस
आरोपी ने बताया कि 2016 में आधार कार्ड न बन पाने के कारण वह पौड़ी में आयोजित मुख्यमंत्री जनता दरबार में गया था। उचित कार्रवाई न होने के चलते गुस्से में उसने 17/02/2016 के दिन श्रीनगर थाना में फोन कर सीएम को नुकसान पहुंचाने की बात कही थी। उसके बाद पुलिस ने लुधियाना से गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया था।
करीब एक साल सजा काटने के बाद आरोपी इलाहाबाद चला गया। एक हफ्ते पहले वह हरिद्वार आया। आधार कार्ड न होने के कारण केशवानंद को स्थायी काम नहीं मिल रहा था। जिस कारण वह मजदूरी कर जीवन यापन कर रहा था। इससे वह काफी परेशान हो गया था। और इसी गुस्से में उसने हरकी पैड़ी को उड़ाने की धमकी दी।
आरोपी की पत्नी और तीन बच्चे हैं। लेकिन दो साल से वह उनके संपर्क में नहीं है। गांव में भी प्रधान सहित कुछ अन्य लोगों के साथ विवाद चल रहा है। आरोपी को 41 सीआरपीसी का नोटिस दिया है। पारिवारिक/व्यक्तिगत परेशानियों से तनाव में आरोपी की काउंसिलिंग कराने की जरूरत है।
पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था
वाकया शनिवार शाम का है। सीएम के मोबाइल फोन पर एक कॉल आई। कॉल उनके प्रोटोकॉल अधिकारी आनंद सिंह रावत ने रिसीव की। दूसरी तरफ से बात कर रहे शख्स ने हरकी पैड़ी को पेट्रोल बम से उड़ाने की धमकी देते ही बगैर और कुछ कहे फोन काट दिया।
प्रोटोकॉल अधिकारी ने इस संबंध में तुरंत देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी को जानकारी दी। सीएम के मोबाइल फोन पर आई इस धमकी के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। देहरादून पुलिस की ओर से हरिद्वार के एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस से संपर्क साधा गया।
देर शाम इस संबंध में प्रोटोकॉल अधिकारी की ओर से अज्ञात आरोपी के खिलाफ प्रभावी धाराओं में केस दर्ज करा दिया गया।