नई दिल्ली। बुजुर्गो का रोजाना चार कप काफी पीना एक स्वस्थ आदत बन सकती है। काफी दिल की कोशिकाओं के कार्य करने की क्षमता को बढ़ा सकती है, साथ ही यह दिल के दौरे से बचाने में कारगर हो सकती है। ऐसा शोधकर्ताओं का कहना है। चूहों पर किए गए शोध से पता चलता है कि काफी माइटोकांड्रिया में एक नियमन प्रोटीन की गतिविधि को बढ़ावा देती है। इस तरह यह दिल से जुड़ी कोशिकाओं को नुकसान होने से बचाती है और उनकी काम करने की क्षमता बढ़ाती है। माइटोकांड्रिया को कोशिका का पॉवर हाउस कहते हैं।
इस प्रोटीन को पी27 के नाम से जानते हैं। यह कोशिका चक्र को रोकने का काम करता है। यह प्रोटीन दिल की प्रमुख कोशिका के प्रकारों में माइटोकांड्रिया में मौजूद होता है।शोधकर्ताओं का कहना है कि इन कोशिकाओं में माइटोकॉन्ड्रियल पी27 ने एन्डोथेलियल कोशिकाओं के स्थानांतरण को बढ़ावा देता है। एंडोथेलियल कोशिकाएं दिल की पेशीय कोशिकाओं को मौत से बचाती हैं और फ्राइब्रोब्लास्ट कोशिकाओं को संकुचन (कांट्रेक्टाइल) फाइबर वाली कोशिकाओं में बदलना शुरू करती हैं।
यह दिल के दौरे या मायोकांड्रियल इफ्राक्शन के बाद दिल की सभी पेशियों की मरम्मत के लिए महत्वपूर्ण है और ऐसा चार कप काफी पीने से व्यक्ति में होता है।जर्मनी के हेनरिक-हेइन-यूनिवर्सिटी के मेडिकल फैकल्टी की जुडिथ हैंडलर ने कहा, “हमारे नतीजे कैफीन के काम करने के एक नए तरीके का संकेत देते हैं, जो माइटोकॉन्ड्रियल पी27 की क्रिया के माध्यम से दिल की मांसपेशियों की सुरक्षा और मरम्मत को बढ़ावा देता है।”