नई दिल्ली। गर्मियों का मतलब जहां युवाओं व बुजुर्गो के लिए तेज धूप, धूल भरी गर्म हवाओं, उमस, संक्रमण और कई तरह की बीमारियों से जुड़ा है, वहीं बच्चों के लिए गर्मियां स्कूल, पढ़ाई, टीचर्स, होमवर्क इन सभी से आजादी से जुड़ी है। गर्मी की छुट्टियों में बच्चे खेल-कूद, मनोरंजन और खाने-पीने में ज्यादा समय बिताते हैं, जिससे उनके परिजनों को उनपर ध्यान रखना थोड़ा ज्यादा मुश्किल हो जाता है। बच्चों की इन्हीं बेफेक्री को ध्यान में रखते हुए इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी के कन्सलटेन्ट डॉ. विद्युत भाटिया ने कुछ आसान से सुझाव दिए हैं, जिससे आप अपने बच्चों का बेहतर तरीके से ध्यान रख सकते हैं।
गर्मी से बचें : ध्यान रखें कि आपका बच्चा दिनभर हाइड्रेटेड रहे, खेलकूद और आउटडोर गतिविधियों में व्यस्त रहने के दौरान बच्चे अक्सर पानी पीना भूल जाते हैं और घण्टों प्यासे रहते हैं। इसके लिए बच्चों के ऐसे विकल्प दें, जिससे उनके शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बना रहे। हालांकि पानी का कोई विकल्प नहीं है, लेकिन इस मौकस में नारियल पानी, फलों के रस, स्रिटस फल, लस्सी, छाछ और फलों की स्मूदीज अच्छा विकल्प हो सकते हैं। बच्चे को काबोर्नेटेड पेय पदार्थों से दूर रखें, इनसे शरीर सिर्फ डीहाइडेज्ट होता है, और शरीर में शुगर यानि चीनी का स्तर बढ़ जाता है।
सही अहार पर ध्यान दें : गर्मियों में सही आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस सीजन में शरीर को अतिरिक्त उर्जा की जरूरत होती है, क्योंकि तापमान बढ़ने के साथ शरीर में मैटाबोलिक बदलाव आते हैं। इसलिए सलाह दी जाती है कि तेल और वसा से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। मौसमी फलों, सब्जियों और प्र्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इससे बच्चे दिन भर सक्रिय रह सकते हैं। गर्मियों के मौसम में आम, लीची, केला, तरबूज, खरबूजा, प्लम और चैरी जैसे ढेरों विकल्प उपलब्ध होते हैं।
अपने आप को ढककर रखें : धूप सेहत के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन गर्मियों में धूप बहुत तेज होती है जो हमें बीमार कर सकती है। बच्चे थोड़ी देर तेज धूप में रहने पर भी डिहाइड्रेशन और सनस्ट्रोक का शिकार हो सकते हैं। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि दिन भर घर में ही रहें, सुबह जल्दी और शाम को ही बाहर जाएं।
अगर बाहर जाना जरूरी हो तो अपने आप को कवर कर लें, खासतौर पर बच्चों का ज्यादा ध्यान रखें। इस मौसम में कपड़े भी आरामदायक और हवादार होने चाहिए, जो बच्चों को धूप से सुरक्षित रख सकें। गर्मियों में सिर ढकने के लिए टोपी का इस्तेमाल करें। धूप के चश्मे से आप अपनी आंखों को धूल, मिट्टी और गर्मी से बचा सकते हैं।
बच्चे को कभी भी कार में बंद न करें : ऐसे बहुत से उदाहरण देखे गए हैं जब बच्चों की बंद कार में मौत हो जाती है। माता-पिता उन्हें धूप से बचाने के लिए कार में कुछ देर बंद कर के चले जाते हैं। यह समझना जरूरी है कि बंद जगह पर तापमान जल्दी बढ़ता है। कार में तो ऐसा और भी तेजी से होता है, क्योंकि कार की बॉडी मैटल से बनी होती है। थोड़ी ही देर में कार ओवन की तरह तपने लगती है। बच्चे के लिए सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में बच्चों के साथ बड़ों को भी यह सावधानी बरतनी चाहिए।