मध्य प्रदेशराज्य
एमपी की इन 7 सीटों पर कम हो रहा भाजपा का जादू ! बेहद कम मार्जिन से जीते प्रत्याशी
भोपाल: मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी 29 सीटों पर जीत हासिल की है। इन नतीजों में कुछ ऐसे रिकॉर्ड बने तो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए। पहली बार सीएम बने मोहन यादव भी परीक्षा में पास हो गए। छिंदवाड़ा को फतेह करके उन्होंने 29 सीटों पर क्लीन स्वीप कर दिया, लेकिन कुछ एक ऐसी सीटें हैं जहां भाजपा कम मार्जिन से जीती है या दूसरे शब्दों में कहे तो यहां पीएम मोदी या सीएम मोहन का जादू का थोड़ा कम चला।
ग्वालियर चंबल संभाग नहीं चला भाजपा का जादू
ग्वालियर चंबल संभाग में भाजपा को अन्य पार्टियों ने कड़ी टक्कर दी है। 2019 के मुकाबले इस बार जीत का अंतर कम हो गया। मुरैना, भिंड, रीवा, बालाघाट, ग्वालियर, सतना, सीधी राजगढ़, और शहडोल लोकसभा सीट पर जीत का आंकड़ा पिछली बार की तुलना में कम हुआ है।
- मुरैना सीट पर भाजपा प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर ने महज 52 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। जबकि 2019 में भाजपा यहां से 1 लाख 13 हजार वोटों से जीती थी।
- राजगढ़ रोडमल नागर 1 लाख 45 हजार से जीते, 2019 में चार लाख 31 हजार से जीता था।
- ग्वालियर से भारत सिंह कुशवाह 70 हजार वोटों से जीते हैं, जबकि 2019 में बीजेपी यहां से 1 लाख 46 हजार वोटों से जीती थी।
- सतना गणेश सिंह करीब 85 हजार वोटों जीत दर्ज की, जबकि पिछला चुनाव 2 लाख 31 हजार से जीता था।
- सीधी राजेश मिश्रा 2 लाख 6 हजार वोटों से विजय हुए, 2019 में बीजेपी यहां से 2 लाख 86 हजार वोटों से जीता था।
- भिंड से संध्या राय ने 64 हजार वोटों से जीत हासिल की, जबकि पिछली बार का चुनाव करीब 2 लाख वोटों से जीता था।
- रीवा जनार्दन मिश्रा 1 लाख 93 हजार से चुनाव जीते जबकि पिछला चुनाव तीन लाख 12 हजार से जीता था।