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नाभि खिसकने में आयुर्वेद, योग और कुछ घरेलू उपचार देते है राहत, जानें कैसे

कई बार आपने लोगों को यह कहते सुना होगा कि नाभि खिसकने के कारण मेरे पेट में तेज दर्द हो रहा है। हालांकि डॉक्‍टर इस बात को नहीं मानते है कि नाभि खिसकने जैसी भी कोई चीज होती है। लेकिन आयुर्वेद में हेल्थ के लिए नाभि को जरूरी माना जाता है। जी हां नाभि को शरीर का केंद्र बिंदु माना जाता है, ये शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्‍सा भी है। लेकिन झटके से सामान उठाने या किसी भारी सामान को उठाने से नाभि अपनी जगह को छोड़ देती है, मतलब नाभि खिसक जाती है। नाभि के खिसकने से व्‍यक्ति को भंयकर दर्द होने के साथ-साथ कई समस्याएं झेलनी पड़ती है।

नाभि अक्‍सर हैवी वजन उठाने, अचानक झुकने और कब्‍ज के कारण हट जाती है। कई बार खाना छोड़ने से डाइजेशन पर असर पड़ता है और इससे कब्‍ज और गैस की समस्‍या होती है, इससे भी नाभि अपनी जगह से हिल जाती है। इसके अलावा एक बार यह समस्या होने पर इसके बाद यह बार-बार भी हो सकती है। ऐसे में आपको पेट में तेज दर्द, कब्ज, उल्टी, टांगों में कंपकपाहट, घबराहट और जी मिचलाना जैसी समस्‍याएं होती है। कई लोगों का ऐसे में पाचन तंत्र बिगड़ जाता है। इसके अलावा नाभि खिसकने से महिलाओं में पीरियड्स के समय बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिंग और दर्द होता है। नाभि खिसकने का कोई इलाज मौजूद नहीं है, लेकिन आयुर्वेद, योग और कुछ घरेलू उपचारों में इससे राहत पाई जा सकती है। इस बारे में हमें आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट अबरार मुल्‍तानी बता रहे हैं।

योग है मददगार

आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट अबरार मुल्‍तानी के अनुसार, नाभि खिसकने पर योग बहुत फायदेमंद होता है। इसमें नौकसान, पवनमुक्तासन और हलासन बेहद लाभदायक होता हैं। अगर आप भी नाभि खिसकने की समस्‍या से परेशान रहती हैं तो इन योगासन को अपने वर्कआउट रुटीन में शामिल करें। इसके अलावा वॉकिंग भी नाभि खिसकने की समस्‍या में बहुत मददगार होती है।

मालिश करवाएं

नाभि खिसकने पर ज्यादातर लोग इसे मालिश द्वारा ठीक करते हैं। हालांकि ये मालिश सामान्य मालिश की तरह नहीं होती है इसलिए इसे किसी एक्‍सपर्ट से ही करवानी चाहिए। मालिश सिर्फ उन्हीं से करवनी चाहिए वर्ना अंजाम खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा नाभि खिसकने पर भूलकर भी वजन ना उठायें। क्योंकि वजन उठाने से स्थिति गंभीर हो जाती है।

सरसों का तेल

नाभि खिसकने में दर्द इतना तेज होता है कि कुछ भी समझ में नहीं आता है। ऐसे में अगर आप सरसों के तेल का इस्‍तेमाल करती हैं तो ना केवल नाभि अपनी जगह पर आ जाएगी बल्कि दर्द से भी राहत मिलेंगी। जी हां 3-4 दिन तक लगातार सुबह खाली पेट सरसों के तेल की कुछ बूदें अपनी नाभि में डालें। इससे नाभि धीरे-धीरे अपनी जगहें पर आनी शुरू हो जाएगी।

चाय पत्ती से करें इलाज

नाभि खिसकने का इलाज आप चाय पत्ती से कर सकती हैं। जी हां नाभि खिसकने की वजह से दस्त लगना एक आम बात है। ऐसे में दस्त को रोकने के लिए सुबह उठकर 1 गिलास पानी में 1 चम्मच चाय पत्ती मिलाकर चाय बना लें। इसे पीने से दस्त भी ठीक हो जाएंगे और नाभि खिसकने का दर्द भी कम हो जाएगा।

आंवला और गिलोय भी है कमाल

आंवला आपकी हेल्‍थ से जुड़ी हर समस्‍या में रामबाण की तरह काम करता है। यह आपकी नाभि खिसकने की समस्‍या को भी आसानी से दूर कर सकता है। इसके लिए आप सूखे आंवले को पीसकर उसमें नींबू का रस मिलाकर नाभि के चारों तरफ बांधकर कुछ देर के लिए लेट जाएं। दिन में 2 बार ऐसा करने से नाभि अपनी जगहें पर आ जाएगी। इसके अलावा दर्द को दूर करने के लिए आप गिलोय का इस्‍तेमाल भी कर सकती हैं। जी हां ये पेट में होने वाले दर्द और ऐंठन को दूर करने में हेल्‍प करता है और कब्‍ज और गैस से राहत देता है।
अगर आपको भी बार-बार नाभि के खिसकने के दर्द से गुजरना पड़ता है तो एक्‍सपर्ट के इन टिप्‍स को अपनाएं।

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