ज्ञान भंडार

SYL का पानी धो सकता है असमान वितरण का दाग, 6 जिलों का दूर होगा ‘सूखा’

untitled-9_1478814877पानीपत/रेवाड़ी.सतलुज-यमुना संपर्क नहर (एसवाईएल) का पानी हरियाणा में आने से असमान बंटवारे का लगा दाग पूरी तरह से धुल जाएगा। इसका सबसे ज्यादा फायदा दक्षिण हरियाणा को होगा जहां जमीन में जल स्तर 1500 से 1700 फीट तक नीचे जा चुका है। जमीन बंजर होती जा रही है और पीने के पानी को लेकर हाहाकार मचा रहता है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य सभी जिलों को भी इसका फायदा होगा।
 
क्योंकि जिन इलाकों में सात दिन नहर में पानी चलने के बाद 15 दिन बंद रहता है, उसका समय भी कम हो जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से वह छुपा सच भी सामने आया है जिस वजह से इस मुद्दे पर हरियाणा और पंजाब आमने सामने आ गए थे। एसवाईएल पर सालों से अध्ययन करते आ रहे विशेषज्ञों की माने तो अगर सुरजीत सिंह बरनाला चार माह ओर पंजाब में सीएम रहते ताे आज यह मुद्दा ही नहीं होता।
सुरजीत बरनाला चार माह सीएम रहते तो नहीं होता विवाद
हरियाणा द्वारा अपनी सीमा में नहर का 91 किलोमीटर हिस्सा बना दिया गया था। उस समय अकालियों ने धर्मयुद्ध छेड़ा, लेकिन पंजाब की बरनाला सरकार (सुरजीत सिंह बरनाल मुख्यमंत्री) ने कार्य शुरू कर दिया। 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका था कि उग्रवादियों ने नहर निर्माण में लगे इंजीनियरों और मजदूरों की हत्याएं शुरू कर दीं। जिसके चलते बरनाला सरकार को जाना पड़ा। जानकारों के अनुसार अगर बरनाला चार माह और सत्ता में रहते तो यह इस नहर का पूरा निर्माण हो जाता और यह विवाद आज नहीं होता।

Related Articles

Back to top button